नई दिल्ली। कॉल ड्रॉप मामले में ट्राई की ओर से चुनिंदा शहरों में किए गए ड्राइव टेस्ट की रिपोर्ट को टेलीकॉम कंपनियों ने फर्जी करार दे दिया है। इसके साथ ही इस मामले में एक बार फिर टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई और टेलीकॉम कंपनियां आमने सामने आ गई हैं। कंपनियों का कहना है कि रिपोर्ट में पारदर्शिता की कमी है।
असफल रहीं टेलीकॉम कंपनियां
चुनिंदा शहरों में कॉल ड्रॉप को लेकर किए गए ड्राइव टेस्ट में 2जी सर्किल में सभी टेलीकॉम कंपनियां फेल हुई थीं। रिपोर्ट में इसके उलट सुधार न देखे जाने की बात कही गई है जबकि टेलीकॉम कंपनियों का दावा है कि कॉल ड्रॉप की दिक्कत में काफी हद तक सुधार हुआ है। कंपनियों का कहना है कि यह उन्हें बदनाम करने की कोशिश है।
पूरी तरह पारदर्शी है टेस्ट
ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कंपनियों के इस रिपोर्ट को खारिज करने पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। ड्राइव टेस्ट के फर्जी होने की शिकायत पर आर एस शर्मा ने कहा कि टेस्ट पूरी तरह से पारदर्शी है। ट्राई ड्राइव टेस्ट करती रहती है। शर्मा का कहना है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से सही है और उपभोक्ताओं के हित में यह कदम उठाया गया है।
Home / Business / Industry / कॉल ड्रॉप पर ट्राई और टेलीकॉम कंपनियां आमने-सामने