इन नए डिब्बों को बनाने में नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइनिंग ने भी वर्कशॉप की मदद की। वर्तमान में जो डिब्बे हम हर रोज देखते हैं, उनसे ये बिल्कुल अलग हैं। सूत्रों के अनुसार, बदलाव सिर्फ एसी के डिब्बों मे ही नहीं, बल्कि सभी डिब्बों मे देखने को मिलेगा।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, इन नए डिब्बों में बर्थ के साथ साथ टॉयलेट में भी बदलाव किए गए हैं। बर्थो को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वरिष्ठ नागरिकों को इनके इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं उठानी पड़े। ऊपर वाली बर्थो में चढ़ने के लिए सीडियों को और अधिक आसान बनाया गया है।
यात्रियों को टॉयलेट को लेकर शिकायत रहती है। इसके चलते इनके डिजाइन में भी बदलाव किए गए हैं। इन्हें इस तरह से बनाया गया है कि इनकी सफाई करने में कोई दिक्कत नहीं हो और ये सूखे रहें। डिब्बों में रोशनी को लेकर भी बदलाव किए गए हैं। यात्रियों को बल्ब और टयूब लाइटों की जगह एलईडी लगी हुई नजर आएंगी।
सूत्रों के अनुसार, प्रयोग के तौर पर रेलवे इन नए डिब्बों के साथ एक जोड़ी ट्रेन जरूर चलाए।