पत्रिका की सातवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित हेल्थ चेकप केम्प में डॉ. आशीष व डॉ. परवेज ने दिए स्वस्थ रहने के ये खास टिप्स
Health tips
जबलपुर। अनियमित दिनचर्या, भागमभाग, और व्यस्तता के इस दौर में शुगर, बीपी, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां आम हो गई हैं। हालातों को देखते हुए विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आने वाले बीस वर्षों हर पांचवां व्यक्ति डायबिटीज से पीडि़त हो जाएगा। हालांकि इन बीमारियों को दूर करने का तरीका भी बेहद आसान है। इस तरीके को डॉक्टरों ने ईडीएम नाम दिया है। पत्रिका की 7वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पत्रिका कार्यालय में आयोजित स्वास्थ्य शिविर के दौरान डायबिटीज स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष डेंगरा व नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. परवेज सिद्दीकी ने ईडीएम का राज बताया। उन्होंने कहा कि इसे अपनाकर असाध्य रोगों से भी बचा जा सकता है।
यह है इडीएम
डॉ. आशीष ने के अनुसार ई का मतलब है एक्सरसाइज। यदि आप प्रतिदिन सुबह आधे घंटे एक्सरसाइज करते हैं तो आपको कभी भी शुगर नहीं होगी और ना ही किसी प्रकार के दर्द की समस्या होगी। डी.. का मतलब होता है डाइट- यदि पर खान-पान पर विशेष ध्यान रखते हैं तो भी आप स्वस्थ्य रह सकते हैं। बाहर के खाने से बचें, तेलयुक्त और वसा को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को न खाएं। जरूरी हो तो सप्ताह में एक बार सेवन कर सकते हैं। एम का मतलब है मेडिटेशन। हर व्यक्ति को मेडिटेशन जरुरी है। प्रतिदिन 5 ये 10 मिनट प्राणायम करना चाहिए। इससे हर बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है।
रोग विशेषज्ञ डॉ. परवेज सिद्दीकी ने बताया कि नेत्र पर डायबिटीज का सीधा असर सबसे ज्यादा पड़ता है। शुगर के कारण नेत्र रैटीना पर शक्कर व वसा जमने लगती है। नेत्र के मध्य भाग में सूजन आ जाती है। रक्त स्त्राव के कारण अंधापन भी हो सकता है। इसके लिए जरुरी है कि डायबिटीज से बचाव करें ताकि आंखें ठीक रहें। एक्सरसाइज, डाइट और मेडिटेशन से आंखों को बेहतर रखा जा सकता है।
नीचे की तरफ रखें कम्प्यूटर स्क्रीन
डॉ. सिद्दीकी ने बताया कि कम्प्यूटर पर काम करते समय सिस्टम का मॉनीटर, टीएफटी, एलसीडी या फिर लैपटॉप का आंखों के सामने होना चाहिए। यदि यह ऊपर की तरफ होता है तो पलक झपकने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। इससे आंखों का पानी सूख जाता । आंखें ड्राई हो जाती हैं। नेत्र रोग होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। हमेशा कम्प्यूटर की स्क्रीन को नीचे की ओर बराबरी पर रखना चाहिए।
20-20-20 फार्मूला
डॉ परवेज सिद्दीकी ने बताया कि यदि कम्प्यूटर में काम करते समय आंखें भारी हो जाती हैं, दर्द होने लगता है या फिर धुंधलापन दिखता है तो 20-20-20 का फार्मूला अपनाएं। 20 मिनट के अंतराल में 20 सेकंड के लिए उठ जाएं और 20 सेकंड तक आंख बंद करके 20 सेकंड तो दूर की तरफ दृष्टि डालें फिर काम पर जुट जाएं। इससे आंखों को काफी राहत मिलेगी और रोग की संभावनाएं घट जाएंगी।
हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
शिविर के दौरान डॉ. आशीष, डॉ. सिद्दीकी व उनकी टीम द्वारा स्टॉफ का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस मौके पर शुगर, थायराइड, बीपी व आंखों की जांच की गई। डॉक्टर्स द्वारा बचाव के उपाय व दवा की सलाह दी। डॉ. आशीष ने कहा कि डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है। पूर्वजों से मिले इसके जीन कभी भी उभर सकते हैं। दरअसल यह तनाव के कारण बढ़ रही है नियमित व व्यवस्थित दिनचर्या अपनाकर इससे बचा जा सकता है। यदि समस्या ही तो शुरुआत में ही किसी विशेषज्ञ से चिकित्सकीय परामर्श व उपचार ले लेना चाहिए।
मुक्तकंठ से की सराहना
पत्रिका के सफलता 7 वर्ष पूरे होने व 8वें वर्ष में प्रवेश की शुभकामनाएं देते हुए डॉक्टर्स ने पत्रिका की मुक्तकंठ से सराहना की। डॉ. आशीष व डॉ. परवेज ने कहा कि हर वर्ग तक पहुंच, निर्भीक व स्पष्ट खबरें और सामाजिक सरोकारें के दम पर पत्रिका ने इतने कम समय में लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई है। यह प्रगतिपथ पर उत्तरोत्तर बढ़ता रहेगा। इस मौके पर स्थानीय संपादक गोविंद ठाकरे, जोनल हेड विनोद जैन, यूनिट हेड अजय शर्मा समेत स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद रहे।