मौत के कारणों का नहीं हुआ खुलासा, महीनों से जिले के सरकारी अस्पतालों में लम्बित पीएम, एक्स-रे रिपोर्ट के मामले
वीरेंद्र रजक@जबलपुर। किसी की मौत, तो किसी की चोट का राज धरती के ‘भगवान” कहलाने वाले डॉक्टर दबाए बैठे हैं। यही कारण है कि कई मौतों के कारणों का खुलासा नहीं हुआ। वहीं, कई हमलावरों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं कर सकी। आलम यह है कि शासकीय अस्पतालों में दर्जनों पीएम रिपोर्ट और सैकड़ों एमएलसी रिपोर्ट और एक्स-रे रिपोर्ट लम्बित हैं।
काट रहे चक्कर
दिसम्बर पुलिस के लिए लम्बित मामलों के निपटारे का माह होता है। पुलिस ने रिकॉर्ड खंगाले गए, तो पता चला कि कई पीएम रिपोर्ट और एमएलसी रिपोर्ट अस्पतालों में लम्बित हैं। इस कारण सैकड़ों मामलों का निराकरण अधर में है। सरकारी अस्पतालों का यह हाल है कि जिस डॉक्टर ने पीएम या एमएलसी की है, रिपोर्ट भी वही पुलिस को देगा। डॉक्टर अस्पताल में नहीं हैं, तो भी पुलिस को रिपोर्ट नहीं मिल पाती हैं।
इसलिए जरूरी पीएम रिपोर्ट
किसी भी व्यक्ति की मौत कैसे हुई, इसका खुलासा डॉक्टर पीएम (पोस्टमॉर्टम) रिपोर्ट में करते हैं। इसके बाद पुलिस कार्रवाई करती है। न्यायालय में चालान पेश करने के लिए पीएम रिपोर्ट लगाना अनिवार्य होता है। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मर्ग में खात्मा लगाया जा सकता है।
एक्स-रे रिपोर्ट
पुलिस चालान में आरोपी पर चार्ज लगाती है। कई बार एेसा भी होता है कि एक्स-रे रिपोर्ट या डॉक्टरी रिपोर्ट के आधार पर मामले में धाराएं बढ़ानी होती हैं, यह बिना रिपोर्ट के सम्भव नहीं होता। चालान पेश करने में भी परेशानी आती है।
केस-1 थाना अधारताल
विवरण-16 सितम्बर को शंकर नगर सुहागी निवासी सुजीत गोटिया पर संतोष ठाकुर ने हमला किया था। उसे हाथ में चोट आई। उसका विक्टोरिया अस्पताल में एक्स-रे कराया गया। लेकिन, रिपोर्ट पुलिस को अब तक नहीं मिली।
केस-2 थाना गोहलपुर
विवरण- अक्टूबर में संजय कोष्टा पर हमला हुआ था। उसे गम्भीर चोटें आई थीं। विक्टोरिया अस्पताल में उसका एक्स-रे कराया गया। लेकिन, रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली। इस कारण यह मामला थाने में लम्बित है।
केस-3 थाना- लार्डगंज
विवरण- 30 जून को सड़क हादसे में इंजीनियरिंग कॉलेज के पास मोहित बेन और क्षितिज त्रिपाठी की मौत हो गई थी। दोनों का पीएम मेडिकल में कराया गया। लेकिन, अब तक पुलिस को पीएम रिपोर्ट नहीं मिली।
केस-4 थाना- रांझी
विवरण- हनुमानताल निवासी अनिल तिवारी की तीन दिसम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। लार्डगंज पुलिस ने शव का पीएम कराया। रिपोर्ट अब तक नहीं मिल सकी।
मेडिकल व अन्य शासकीय अस्पताल
औसतन रोजाना
पीएम – 10
औसतन रोजाना
एमएलसी – 40
विक्टोरिया अस्पताल
औसतन रोजाना
एमएलसी – 18
अस्पतालों में लम्बित रिपोर्ट
80 एक्स-रे
30 क्वेरी
80 पीएम रिपोर्ट
प्रबंधनों को पत्र
पीएम, एमएलसी और एक्सरे रिपोर्ट समेत अन्य रिपोर्ट पुलिस को जल्द प्राप्त हों, इसके लिए अस्पताल प्रबंधनों को पत्र लिखा जाएगा।
-एमएस सिकरवार, एसपी