जबलपुर। नरसिंहपुर और रायसेन जिले की सीमा पर स्थिति नर्मदा नदी मेंं नाव पलट गई। हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि अन्य दो बच्चे लापता है। बताया गया है कि हादसा उस वक्त हुआ जब नाव में करीब 25 बच्चे सवार थे। रायसेन जिले के नरहरा गांव के बच्चे भंडारे में शामिल होने के लिए सिरसिरी गांव आ रहे थे।
पुलिस ने बताया कि साईंखेड़ा थाना क्षेत्र के संदूक गांव के पास सिरसिरी गांव पड़ता है। यहां नर्मदा नदी के तट पर स्थित बरिया घाट है। जहांं पर राजस्थान से आए संत पूर्णानंद द्वारा भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। नरहरा गांव के 25 बच्चे शुक्रवार को नदी पार करके भंडारे में शामिल होने के लिए सिरसिरी गांव आ रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ।
ऐसे हुआ हादसा
बच्चे नाव में सवार होकर आ रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी मिनेन्द्र डागा के अनुसार नाव जैसे ही बीच धार में पहुंची डगमगाने लगी। ओव्हर लोडिंग होने के कारण नाव में पानी भरने लगा। अफरा-तफरी मच गई। देखते ही देखते नाव पानी में डूब गई।
एक दूसरे की बचाई जान
नाव में 3 से 15 वर्ष के बच्चे सवार थे। जिनमें से बड़े बच्चे तैरना जानते थे। तैराक बच्चों ने अपने साथियों के पकड़कर नदी से बाहर खींचा। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने भी बच्चों की मदद की और नदी से बाहर निकाला।
तीन बच्चे हो गए लापता
हादसे के दौरान तीन बच्चे लापता हो गए। जिनमें से बालिका सुमिला पिता गोविन्द लोधी की डूबने से मौत हो गई। जिसका शव बरामद किया गया। जबकि 3.5 वर्षीय धम्मन पिता नयन सिंह लोधी व एक अन्य पांच वर्षीय बालक लापता है।
पुलिस को दी सूचना
पूर्व जनपद अध्यक्ष शशिकांत पटेल भी भंडारे में शामिल होने के लिए गए थे। उन्होंने बताया कि घटना के दौरान वे पास ही मौजूद थे। जिसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही एसडीओपी डॉ नीरज चौरसिया, थाना प्रभारी साईंखेड़ा एसएस ठाकुर और रायसेन जिले की पुलिस पहुंच गई थी।