होटल संचालक पर मामला दर्ज, शातिर अपराधी की नेताओं के साथ फोटो भी सुर्खियों में, मुख्य आरोपी अब भी फरार
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जबलपुर। कांग्रेस नेता राजू मिश्रा व हिस्ट्रीशीटर कक्कू पंजाबी हत्याकांड से जुड़े आरोपी, जबलपुर के एक कांग्रेस नेता के ही लॉज में रुके थे। मंगलवार को पकड़ा गया शर्प शूटर अनुराग भी नादराब्रिज स्थित शिवालय लॉज में रुका था। इस आधार पर पुलिस ने लाज संचालक के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया है। ओमती पुलिस ने इस मामले में आईडी अनिवार्यता के उल्लंघन पर धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई की है। बताया गया है कि लॉज संचालक सुशील यादव कांग्रेस नेता सचिन यादव के बड़े भाई हैं।
बरती गंभीर लापरवाही ओमती टीआई अरविंद चौबे ने बताया कि लॉज के प्रबंधक ब्रजकिशोर शुक्ला और मुन्ना झारिया ने लम्बे समय तक होटल में ठहरे आरोपितों की आईडी न लेकर गम्भीर लापरवाही बरती है। हत्याकांड के बाद पुलिस ने होटल व लॉज के रिकॉर्ड खंगाले। पता चला कि इस लॉज में चार लोग 15 दिन से ठहरे थे। इसमें सिर्फ यूपी के बनारस निवासी अनुराग ने आधार कार्ड बतौर आईडी दी थी।
बड़े नेताओं के साथ फोटो चार जनवरी को चेरीताल में बदमाशों ने राजू मिश्रा व कक्कू पंजाबी की हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में पता चला कि हत्याकांड के पीछे विजय यादव का हाथ है। क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने होटल की आईडी और सर्विलांस की मदद से सद्दाम, हिमांशु व रोहित को दबोच लिया। बतौर शूटर बुलाए गए यूपी के बनारस निवासी भोला और अनुराग को भी पुलिस ने मंगलवार को रीवा से गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी विजय यादव के साथ मोनू सबलोक, आदेश सोनी, बिन्नी विश्वकर्मा और सौरभ की तलाश जारी है। उल्लेखनीय है कुख्यात अपराधी विजय यादव के कई बड़े नेताओं के साथ फोटो भी वायरल हुए हैं, जो सुर्खियों में हैं।
सीसीटीवी कैमरे में आई गाड़ी हत्याकांड में प्रयुक्त एक्टिवा कोतवाली पुलिस ने मदनमहल स्थित निजी अस्पताल के स्टैंड से जब्त कर ली है। सीसीटीवी फुटेज में विजय यादव का भाई रतन एक्टिवा स्टैंड में रखते हुए कैद है। पुलिस उसकी भूमिका की जांच कर रही है। अन्य वाहनों की तलाश के लिए टीम ने गोरखपुर क्षेत्र में कई जगह दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई। रतन भी फरार हो गया है।
सात दिन की रिमांड क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने गिरफ्त में आए रद्दी चौकी निवासी सैयद सद्दाम उर्फ मार्शल, ग्वालियर निवासी रोहित राठौर व हिमांशु बाथम को सात दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस को विजय यादव और उसके साथियों के बारे में तीनों से महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। पुलिस की आधा दर्जन टीमें अलग-अलग प्रदेशों में तलाश करने गई हैं।