रादुविवि प्रशासन से रिपोर्ट की तलब, दैवेभो ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा था पत्र, वित्त शाखा ने रोकी फाइल, एफसी से लेकर कुलसचिव कार्यालय तक रही हलचल
जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के इच्छा मृत्यु के पत्र ने बुधवार को हलचल मचा दी। जिला प्रशासन ने मामले से जुड़ी रिपोर्ट सात दिन में देने के निर्देश विवि को दिए हैं। दैवेभो ने करीब हफ्तेभर पहले राष्ट्रपति के नाम कमिश्नर को पत्र सौंपा था।
सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर एसपी को भी जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। रिपोर्ट मांगे जाने के बाद बुधवार को वित्त नियंत्रक कार्यालय से कुलसचिव कार्यालय तक हड़कंप की स्थिति रही। वित्त नियंत्रक ने कुलसचिव कार्यालय पहुंचकर मुलाकात की तो वहीं रिपोर्ट तैयार करने को लेकर भी लंबी चर्चा की। विदित हो कि कुछ दिनों पूर्व विवि के दैवेभो कर्मियों ने विवि के वित्त नियंत्रक की कार्यप्र्रणाली को लेकर राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु का आवेदन कमिश्नर को सौंपा था। जिला प्रशासन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
यह है मामला
मामला दैनिक वेतन भोगियों के विशेष भत्ते से जुड़ा हुआ है। एेसे कर्मचारी जिनकी 20 वर्ष की सेवावधि पूर्ण हो गई है, उन्हें शासन ने विशेष भत्ता देने का निर्णय लिया था। यह भत्ता 1500 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया गया है। भुगतान की कार्यपरिषद द्वारा भी स्वीकृति मिल गई है। कुलपति से भी अनुमोदन किया जा चुका है। कर्मचारियों का आरोप है कि इसके बावजूद फाइल को वित्त शाखा में अकारण पिछले दो माह से रोका गया है। जिसे लेकर कर्मचारियों में नाराजगी है।