जबलपुर। गोरखपुर से पुणे की ओर जाने वाली ज्ञानगंगा एक्सप्रेस के पार्सलयान यात्रियों के हवाले रहे। लोग पार्सल डिब्बे में अपने पार्सलों का इंतजार करते रहे तो यात्रियों ने पार्सल डिब्बों को ही कब्जा कर रखा। रेलवे बुकिंग के पार्सल भेजने के लिए भी ट्रेन में जगह ना थी। इन हालातों में सिर्फ ज्ञानगंगा एक्सप्रेस नहीं, बल्कि अधिकांश ट्रेनें चल रही हैं। यात्रियों की बढ़ती तादाद के बीच ट्रेनों में सफर आम लोगों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। गर्मी की छुट्टियों और उज्जैन सिंहस्थ महाकुंभ के चलते ट्रेनें खचाखच चल रही हैं। अधिकांश ट्रेनों में अगले दो माह तक सीट ही उपलब्ध नहीं है तो तत्काल का कोटा चुटकी बजाते साफ हो जाता है। रेल यात्रियों की मानें तो इस भीड़ में सफर करना मुश्किल हो रहा है।
पार्सल डिब्बों पर भी खचाखच यात्री
गोरखपुर से चली ज्ञानगंगा एक्सप्रेस पूरी तरह खचाखच भरी थी। बुधवार की दोपहर स्टेशन पर पहुंची टे्रन में रेल कर्मचारियों ने पार्सल लोड करने की कोशिश की तो पूरा का पूरा डिब्बा ही यात्रियों से भरा मिला। रेल कर्मचारियों ने जद्दोजहद की लेकिन पार्सल डिब्बे में सवार यात्रियों ने एक ना मानी और ट्रेन बिना पार्सल लिए ही रवाना करनी पड़ी।
अब सिर्फ तत्काल का सहारा
यात्रियों के अनुसार अगर आपको कहीं यात्रा करनी है तो ट्रेन में चढऩे के लिए तत्काल टिकट ही एक सहारा है। प्राय: दूर से चलने वाली ट्रेन के सामान्य कोच खचाखच ही रहते हैं। वहीं तत्काल टिकट के लिए देर रात से ही कहीं लाइन लगी रहती है तो कई यात्री टोकन का इंतजार करते रहते हैं। ये तत्काल कोटा भी मिनटों में उड़ जाता है।