प्रदेश सहित शहर में डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। लापरवाही से बढऩे वाला यह बुखार जानलेवा साबित हो सकता है। सावधानी बरतकर और कुछ नुस्खे अपनाकर डॉक्टरी सलाह से पहले डेंगू से बचा जा सकता है
नेहा सेन @ जबलपुर। प्रदेश सहित शहर में डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। लापरवाही से बढऩे वाला यह बुखार जानलेवा साबित हो सकता है। सावधानी बरतकर और कुछ नुस्खे अपनाकर डॉक्टरी सलाह से पहले डेंगू से बचा जा सकता है। सबसे पहले तो डेंगू के लक्षण समझने की जरूरत है। दरअसल, लोग लक्षण समझ नहीं पाते और देर हो जाती है, जिससे बुखार बढ़ जाता है। नतीजतन अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ जाती है।
पहचान और लक्षण
1- डेंगू के लक्षण 3 से 14 दिन बाद दिखते हैं।
2- तेज ठंड लगकर बुखार आता है।
3- कमर, मांसपेशियों, जोड़ों और सिर में तेज दर्द।
4- हल्की खांसी, गले में दर्द और खराश।
5- शरीर पर लाल-लाल दाने दिखाई देने लगते हैं।
6- थकावट महसूस होना, भूख न लगना और कमजोरी।
7- जी मचलाना, उल्टी और दस्त।
8- स्थिति गंभीर होने पर आंख और नाक से खून आने लगता है।
ऐसे फैलता है
गर्मी और बारिश के मौसम में यह बीमारी तेजी से पनपती है। डेंगू के मच्छर हमेशा साफ पानी में पनपते हैं। जैसे छत पर लगी पानी की टंकी, घडों और बाल्टियों में जमा पीने का पानी। कूलर का पानी। गमलों में जमा पानी आदि। वहीं दूसरी ओर मलेरिया के मच्छर हमेशा गंदे पानी में पैदा होते हैं। डेंगू के मच्छर ज्यादातर हमेशा दिन में काटते हैं।
ये बरतें सावधानी
1- घर में या आसपास पानी जमा न होने दें।
2- कूलर में मिट्टी के तेल का छिड़काव करें
3- एक-दो दिन बाद घडों और बाल्टियों में जमा पानी को हटाते रहें।
4- अगर बुखार घर में ठीक न हो रहा हो तो एक बार जांच जरूर करवाएं।
5- जितना हो सके बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं।
6- घर और गली में कीटनाशक का छिड़काव जरूर करवाएं।
7- जितना हो सके इस मौसम में घर की खिडकियों को बंद करके रखें।
8- कचरे के डिब्बे में कचरा न जमा होने दें उसे रोज अलग करते रहें।
घरेलू नुस्खे
डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से घटने लगती है, ऐसे में दवाओं के साथ सही खान-पान भी जरूरी है।
1- पानी की कमी से बचने के लिए नारियल पानी, जूस या सादा पानी पीयें।
2- ताजा खाना खाएं।
3- विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करें जैसे संतरे या नीबू।
4- पपीते के पत्तों का जूस बेहद लाभदायक माना जाता है।
5- ज्यादा नमक या मसालेदार खाना बिल्कुल नाा खाएं।
इनका कहना है कि
मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. संदीप भगत के अनुसार लोगों द्वारा खुद इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि उसे डेंगू है, लेकिन बुखार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद सामान्य बुखार को रोकने के भी प्रयास करने होंगे, तभी डेंगू से बचा जा सकता है।