जबलपुर। कहते हैं जब दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो फिर लाख बाधाएं भी घुटने टेक देतीं हैं। ऐसा ही कुछ नजारा आज सुबह घने कोहरे से ढके शहर और कड़कड़ाती ठंड के बीच शहर की सड़कों पर देखने को मिला। अवसर था विश्व दिव्यांग दिवस का। इस मौके पर शहर में जागरुकता रैली निकाली गई। भोर में शहर की सड़कों पर देश भक्ति के तराने जमकर गूंजे। दिव्यांग बच्चों ने अपने अंदाज में रैली में शामिल हुए और अभिव्यक्ति रखी।
इन स्कूलों के बच्चे हुए शामिल
जानकारी अनुसार विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा कमानिया गेट से दिव्यांगता रैली निकाली। रैली में शहर के एक दर्जन से अधिक स्कूलों के बच्चे शामिल हुए। रैली में सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा संचालित शासकीय श्रवण बाधिताथ उमा विद्यालय, नेत्रहीन कन्या शिक्षण जनशिक्षण केंद्र, गुरुकुल विद्यालय सहित कई स्कूलों के बच्चे शामिल हुए।
वंदे मातरम् से गूंजा शहर
कोई चलने में असमर्थ तो ट्राइसाइकल से, कोई देखने में असमर्थ तो अभिभावकों के साथ, कोई सुनने में असमर्थ तो परिजनों के साथ और कोई बोलने में असमर्थ फिर भी हरएक दिव्यांग सुबह-सुबह रैली में हमराही बना। भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाते हुए आवाज बुलंद की। देशप्रेम की अलख जगाते हुए रैली निकालकर दिव्यांगता को अभिषाप मानने वालों के लिए संदेश दिया कि मन में नेक इरादा हो तो फिर हजार अड़चनें नतमस्तक हो जाती हैं। इस मौके पर शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, नगर निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि सहित शिक्षक समुदाय की उपस्थिति रही।
संदेश से किया भाव विभोर
विश्व विकलांग दिवस पर आयोजित रैली में दिव्यांगों ने अपनी अभिव्यक्ति से सबको भाव विभोर किया। इतना ही नहीं यह रैली दिव्यांगता को अभिषाप मानने वालों के लिए किसी सबक से कम नहीं रही। बच्चों ने राष्ट्रप्रेम, स्वच्छता, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, भ्रष्टाचार मुक्ति, उच्च शिक्षा, स्वाभिमान का संदेश दिया। कोई इशारों में तो कोई आवाज बुलंद कर अपने विचार रखे।
सांस्कृतिक प्रस्तुति से बांधा समां
कहते हैं यदि प्रतिभा को मंच मिले तो वह निखर उठती है। ऐसा ही कुुछ परिदृश्य दिखा आज दिव्यांगों के लिए आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में। यहां पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर दिव्यांगों ने वाहवाही बटोरी। मानस भवन में विश्व विकलांग दिवस के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग का आयोजन है। इस मौके पर दिव्यांगों ने आवारा हवा का झोंका हूं.. गाने की प्रस्तुति से तालियां बंटोरी वहीं दृष्टिबाधित बच्चों ने मौजा सांग पर डांस किया।