केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र दिल्ली की प्रदर्शनी में रामायण के विभिन्न पहलू भी देखने मिलेंगे।
जबलपुर। रामलीला आपने कई बार देखी होगी। सीता हरण, रावण मरण के साथ ही भगवान राम की लीलाएं भी असत्य पर सत्य की जीत का प्रमाण है। लेकिन सिर्फ भारत ही नही दुनिया के कई देशों में रामलीला का मंचन किया जाता है। अलग-अलग परिधानों में भारत की संस्कृति को देखना अद्भुत अनुभव से कम नही। World Ramayana Conference ऐसा ही अनोखा अनुभव आपको मिलने वाला है।
वल्र्ड रामायण कॉफ्रेंस में देश-दुनिया में चल रहीं रामलीला की विविध झलक प्रस्तुत होंगी। वहीं केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र दिल्ली की प्रदर्शनी में रामायण के विभिन्न पहलू भी देखने मिलेंगे।
आयोजन समिति के सचिव डॉ. अखिलेश गुमास्ता ने बताया प्रदर्शनी राइट टाउन स्थित मानस भवन में 18 दिसम्बर को शुरू होगी। यहां असम की खेडि़या रामलीला, बनारस के रामनगर की रामलीला की डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखेगी।
प्रदर्शन के लिए 7 ट्रकों से आएगी सामग्री।
कला केन्द्र की प्रस्तुति जहां जहां पांव पड़े रघुवर के… में राम पथगमन की झलक दिखेगी। कांफ्रेस में कम्बोडिया की रामलीला और रामलीला समिति गढ़ा की भी प्रस्तुति होगी। समिति के अनुसार प्रदर्शनी के लिए कला केन्द्र दिल्ली से सात ट्रकों में सामग्री आएगी। प्रदर्शनी हमेशा खुली रहेगी। जिनका पंजीयन नहीं हुआ, वे भी अवलोकन कर सकेंगे।