दौसा/सिकंदरा/भाण्डारेज/बयाना/ भरतपुर/जयपुर। आरक्षण की मांग को लेकर
आंदोलनरत गुर्जर समाज के लोग सोमवार को अन्य लोगों से झड़प के बाद सिकंदरा चौराहे
से हट गए और जयपुर-आगरा राजमार्ग पर आवागमन शुरू हो गया। पर पुलिस-प्रशासन इसे लंबे
समय तक चालू नहीं रख पाया।
चौराहे से हटे गुर्जरों ने चार घंटे बाद वाहनों में सवार
होकर वापस चौराहे पर आना शुरू कर दिया। यह देख क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर चुकी
पुलिस पीछे हटती गई और राजमार्ग पर फिर से जाम लग गया, जो देर रात तक जारी था।
सोमवार को चौराहे की दुकानें बंद कराने व तोड़फोड़ से गुस्साए दुकानदारों व अन्य
लोगों की गुर्जरों से झड़प हो गई। दोपहर 12.15 बजे से आंदोलनकारियों व लोगों में कई
बार पथराव हुआ।
पुलिस-प्रशासन ने भीड़ को तितर-बितर कर
स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया। इस दौरान बारी-बारी पथराव चलता रहा है। इससे
स्थिति तनावपूर्ण हो गई। तीन बजे पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर 27 घंटे से लगा जाम
खुलवा दिया।
इधर, चौराहे से हटे गुर्जरों ने आभानेरी सहित अन्य स्थानों पर
बैठकें कर वापस जाम लगाने का निर्णय किया। शाम साढ़े सात बजे बांदीकुई व गीजगढ़ रोड
से ट्रैक्टर ट्रोलियों व मोटरसाइकिलों से सैकड़ों आंदोलनकारी सिकंदरा चौराहे पर
एकत्र होने लगे और तैनात पुलिस पीछे हटती गई। पुलिसकर्मी यातायात डायवर्ट करने लग
गए। वहीं सिकंदरा में रोडवेज केबिन को आग के हवाले करने के मामले में रोडवेज
बुकिंगकर्मी ने 100 आंदोलनकारियों के खिलाफ सिकंदरा थाने में राजकीय सम्पत्ति को
नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज कराया है।
मंत्री करते रहे
इंतजार
जयपुर. मंत्रिमंडलीय उपसमिति में शामिल तीनों मंत्री सोमवार को वार्ता के
लिए गुर्जर नेताओं के आने का आधा घंटे इंतजार करते रहे, लेकिन गुर्जर नेता बयाना
में वार्ता पर अड़े हुए हैं। बैसला ने जयपुर में वार्ता का प्रस्ताव खारिज कर दिया।
कहा, वार्ता व संवाद बयाना कस्बे में ही होगा। इशारा किया कि समाज इजाजत देगा या
सामूहिक निर्णय हुआ तो भरतपुर में वार्ता संभव है। इस बीच, सरकार ने गुर्जर नेताओं
को वार्ता के लिए फिर जयपुर बुलाया है। सरकार ने संदेश भेजा कि वे अपनी सुविधानुसार
पुन: सचिवालय में बैठक को आमंत्रित हैं।
इससे
पहले मंत्री राजेन्द्र राठौड़, अरूण चतुर्वेदी व हेमसिंह भड़ाना दोपहर बाद सचिवालय
में वार्ता के लिए तय समय पर पहुंच गए और इंतजार किया। अधिकारियों से मंत्रणा की।
इससे पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंत्रियों व अधिकारियों से बात की। उधर,
कर्नल बैंसला के हिण्डौन अस्पताल जाने की खबरों पर गुर्जर आरक्षण संघष्ाü समिति के
प्रवक्ता हिम्मत सिंह गुर्जर ने कहा, स्वास्थ्य ठीक है, पिछले दिनों ऑपरेशन होने के
कारण बैसला रूटीन स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अस्पताल गए थे। हिम्मत सिंह ने आरोप
लगाया कि दौसा में मेरे फार्म हाउस पर दबिश दी गई है। सरकार दमनकारी नीति अपनाएगी,
तो लोगों में आक्रोश बढ़ेगा। 2007 में घरों में घुसकर परेशान किया, उसका विपरीत असर
हुआ। कहा, वार्ता बयाना में ही होगी।
बयाना में बात पर अड़े
उधर,
पीलूपुरा में बैसला बोले, राजद्रोह और वार्ता एक साथ नहीं हो सकती है। सरकार तय करे
कि उसे क्या करना है। सरकार के पास ठोस मसौदा हो तो तीसरी चिट्ठी में भिजवाए। उसके
बाद ही वार्ता होगी। वहीं सरकार ने तीसरी चिट्ठी भेज दी है।
गुर्जर आरक्षण
प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है और कई विभाग इससे जुडे हुए हैं। ऎसे में सचिवालय
वार्ता के लिए उचित स्थान है, सोमवार को भी वार्ता के लिए इंतजार
किया।राजेन्द्र राठौड़, संसदीय कार्यमंत्री