scriptअच्छी बारिश के बावजूद खेतो मे नहीं चले हल! | Despite good rains in fields not sorted out! | Patrika News

अच्छी बारिश के बावजूद खेतो मे नहीं चले हल!

locationजैसलमेरPublished: Aug 25, 2015 03:20:00 am

लगातार कभी अकाल तो
कभी बेमौसम की बारिश की मार से आहत सरहदी जैसलमेर जिले के किसानों ने इस

jaisalmer

jaisalmer

जैसलमेर।लगातार कभी अकाल तो कभी बेमौसम की बारिश की मार से आहत सरहदी जैसलमेर जिले के किसानों ने इस बार अच्छी बारिश के बावजूद उम्मीद के मुताबिक अपने खेतो में हल नहीं चलाए हैं। लगातार खराबे की भेंट चढ़ रही फसले और क्लेम में अनियमितता के चलते किसानों के लिए फसलें घाटे का सौदा साबित होने से यह निराशाजनक स्थिति बनी।


कृषि महकमे के अधिकारी भी स्वीकारते हैं कि जिले मे इस साल कई किसानों ने खरीफ की बुवाई में दिलचस्पी नहीं दिखाई। यही कारण है कि कृषि विभाग का खरीफ बुवाई का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। लगातार खराब हो रही फसलों से कई किसानों ने इस साल खरीफ की बुवाई ही नहीं की और कुछ ने अपनी काश्त का दायरा सीमित कर दिया है।


ऎसे में इस साल अच्छी बारिश से भी बुवाई का दायरा नहीं बढ़ पाया है। जानकार अगस्त महीने के पहले सप्ताह में हुई बारिश को फसलों के लिए वरदान मान रहे हैं, लेकिन खेती का दायरा नहीं बढ़ने से विभागीय लक्ष्य भी अधूरा रह गया।


11 लाख हैक्टेयर कृषि योग्य : विशेषज्ञों के अनुसार जैसलमेर में 11 लाख हेक्टयर जमीन कृषि योग्य है, लेकिन जमीन के आकार के अनुरूप बुवाई नहीं करने से अभी भी 50 फीसदी जमीन पर काश्त नहीं हो पा रही।

इनका दायरा घटा


जैसलमेर में इस साल ज्वार का दायरा सबसे कम रहा है। विभागीय लक्ष्य के अनुसार ज्वार की काश्त 2000 हैक्टेयर में होनी थी, लेकिन अब तक 200 हैक्टेयर में ही ज्वार की काश्त हुई है, जो टारगेट का दस प्रतिशत ही है। इसी प्रकार मोठ के लक्ष्य 1 हजार हैक्टेयर के मुकाबले इस साल 650 हैक्टेयर में और ग्वार के 4 लाख हैक्टेयर लक्ष्य के विपरीत 3.95 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई है।

इनका लक्ष्य अनुरूप


जानकारी के अनुसार बाजरा का 97 हजार के दायरे के विपरीत 97.5 हजार हेक्टयर, मूंगफली का टारगेट के अनुरूप 16 हजार, मूंग का लक्ष्य के अनुरूप 9 हजार, तिल का 1 हजार के विपरीत 1 हजार 150 हैक्टेयर में बुवाई की गई।

लक्ष्य रखा कम, वो भी पूरा नहीं


कृषि विशेषज्ञों के अच्छी बारिश होने से खरीफ की बुवाई का दायरा बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन ऎसा नहीं हो पाया। कृषि विभाग ने भी किसानों की उम्मीदों को चिह्नित कर गत साल की अपेक्षा इस साल बुवाई का लक्ष्य कम निर्घारित किया था, लेकिन ये लक्ष्य भी विभाग पूरा नहीं कर पाया।

पूरी जमीन पर नहीं कर रहे काश्त


इस साल अच्छी बारिश होने से खरीफ की पैदावार बंपर होगी। किसानों के पास जमीन भी खूब है, लेकिन वे पूरी जमीन पर काश्त नहीं कर पा रहे। ऎसे में अच्छी बारिश होने पर काश्त से जमीन वंचित है। – आरएस नारवाल, उपनिदेशक, कृषि विस्तार जैसलमेर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो