आधे घंटे में ही पानी बंद
जैसलमेरPublished: Jul 04, 2015 01:18:00 am
जंभेश्वर लिफ्ट नहर से निकली नोख वितरिका
में शुक्रवार को सुबह पानी छोड़े जाने के बाद आधे घंटे में ही
नोख।जंभेश्वर लिफ्ट नहर से निकली नोख वितरिका में शुक्रवार को सुबह पानी छोड़े जाने के बाद आधे घंटे में ही बंद कर दिया गया। पानी बंद किये जाने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है नोख वितरिका में जैसलमेर जिले के नोख व बौड़ाना के 23 और जोधपुर जिले के नेवा कानासर गांव के चार मोगों सहित कुल 27 मोगे स्वीकृत हैं। गत वर्ष अवैध मोगों व काश्त की वजह से नोख के किसानों को अंतिम छोर पर होने की वजह से समय पर पानी नहीं मिल पाया था। ऎसे में गत महीने नोख के किसानों ने इंगानप के चीफ इंजीनियर से बीकानेर जाकर अवैध मोगे लगे होने की शिकायत की। उसके बाद चीफ इंजीनियर के निर्देश पर नोख वितरिका पर लगे सभी अवैध मोगों को अभियान चला कर निकाल दिया गया।
उसके बाद नेवा कानासर के चार मोगों को छोड़ कर सभी ने स्वीकृत जगहों पर छह इंच के मोगे लगा दिए, लेकिन इन चार मोगों के किसानों ने स्वीकृत मोगों से बड़ी साइज के मोगे लगाने की मांग पर शुक्रवार को नोख वितरिका का पानी बंद करवा दिया।
23 वैध पर तीन अवैध भारी : विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते वैध रूप से मोगे लगाने वाले 23 किसानों को जहां पानी नहीं मिल रहा है, वहीं अवैध रूप से पानी चाहने वाले मात्र चार किसानों की गैरवाजिब मांग के आधार पर पानी रोक दिया गया।
जानकारी के अनुसार इस वितरिका पर कार्यरत कई कर्मचारी लंबे समय से अवैध रूप से खेती व पानी लेने वालों का सहयोग करते रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को गिनती के किसानों के साथ मिलकर पानी बंद कर दिया गया। जब नोख के किसान पानी शुरू करवाने पहुंचे तो कर्मचारियों ने भी उक्त किसानों से समझौता करने की सलाह दी।
किसान कर रहे वितरिका की सफाई : नोख वितरिका में पानी छोड़ने से पूर्व नहर में जमा कचरे को नोख के किसानों ने बुधवार व गुरूवार को साफ किया, वहीं वितरिका के कई जगह रेत निकल जाने के स्थान पर भी किसानों ने रेत भरवा कर वितरिका को मजबूत करवाया। बावजूद इसके विभाग के अधिकारी नोख वितरिका में नियमानुसार पानी नहीं छोड़ रहे हैं।
ये भुगत रहे खामियाजा : नोख वितरिका बीस किमी से अधिक लम्बी है। उसमें से तीन से चार किमी की दूरी में वितरिका जोधपुर जिले में है। उसमें जम्भेश्वर लिफट नहर से निकला उदगम स्थल शामिल हैं। ऎसे में लगभग 85 फीसदी से अधिक की दूरी तक जैसलमेर जिले में वितरिका होने के बावजूद नोख के किसान गत एक साल से कभी जिला कलेक्टर के यहां फरियाद लगा रहे है तो कभी उन्हें अपनी पीड़ा बताने के लिए बीकानेर जाना पड़ रहा हैं, लेकिन जिले से लंबी दूरी व नोख में बड़े प्रशासनिक अधिकारी के नहीं होने का खामियाजा नोख के किसानों को भी भुगतना पड़ रहा है।
इन्होने कहा
मैं अभी बीकानेर जिले की ओर विभागीय कार्य से आया हुआ हंू। अगर नोख वितरिका में पानी बंद कर दिया गया है तो शाम तक आकर अधिकारियों से बात कर शुरू करवा दिया जाएगा। -कालूलाल मीणा, एक्सईन जंभेश्वर लिफ्ट नहर, इंगानप, फलोदी