बिहार में पिछले साल आयोजित मैट्रिक परीक्षा में नकल की तस्विर व्यापक स्तर देखी गई थी जिसमें अभिभावकों को नकल कराते साफ देखा जा सकता थी।
बिहार में पिछले साल आयोजित मैट्रिक परीक्षा में नकल की तस्विर व्यापक स्तर देखी गई थी जिसमें अभिभावकों को नकल कराते साफ देखा जा सकता थी।
इसके कारण सरकार को भी कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी। इस बार फजीहत से सबक लेते हुए नीतीश सरकार ने कदाचार मुक्त परीक्षा के आयोजन के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि आगामी साल 2016 की माध्यमिक (मैट्रिक) और उच्च माध्यमिक (इंटरमीडिएट) परीक्षा के स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त आयोजन के लिए इस बार कई आवश्यक और कारगर पहल करने पर काम चल रहा है।
कदाचार के लिए बदनाम केंद्रों पर इस साल नहीं ली जाएगी परीक्षा, इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल भी तैनात रहेंगे।