देताकलां। सरकारी अस्पतालो में
प्रसव कराने वाली प्रसूताओं को अब जननी सुरक्षा योजना का भुगतान सीधे उनके खाते में
जमा होगा। यह व्यवस्था एक अगस्त से लागू हो जाएगी। इसे लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
विभाग की ओर से तैयारियां कर ली गई है। इसके लिए प्रसूता के बैंक खाते का विवरण,
मोबाइल नंबर आदि की जानकारी प्रसव पूर्व जांच के दौरान ही ले जी जाएगी। जिसका
पीसीटीसी साफ्टवेयर में इन्द्राज किया जाएगा। इसको लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस में मिशन
निदेशक नवीन जैन ने सभी कलक्टर्स, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय
अधिकारियो को दिशा-निर्देश दिए हैं।
विभागीय जानकारी के अनुसार ऑनलाइन भुगतान की
शुरूआत पहले सभी सीएचसी व जिला अस्पताल में प्रसव कराने वाली प्रसूताओं के भुगतान
से होगी। इसके बाद दूसरे चरण में यह व्यवस्था पीएचसी व सब-सेंटर तक होगी। फिलहाल,
पीएचसी व सब सेंटर पर प्रसव कराने पर प्रसूताओं को जेएसवाई का भुगतान पहले की तरह
मेनुअल क्रॉस चेक के माध्यम से किया जाएगा। भुगतान तभी देय होगा, जब प्रसूता
अस्पताल में पूरे 48 घंटे डॉक्टर की निगरानी में ठहरने के बाद छुट्टी लेगी। वहीं
एएनएम, आशा सहयोगिनियों को प्रसव पूर्व जांच कराने वाली प्रसूताओ को बैंक में खाता
खुलवाने की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं।
वर्तमान में यह मिलती है
राशि
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने जननी
सुरक्षा योजना के तहत प्रसूताओं को प्रोत्साहन राशि देना शुरू किया था। ग्रामीण
क्षेत्र में आने वाली प्रसूताओं को 1 हजार 400 रूपए तथा शहरी क्षेत्र की प्रसूताओं
को 1000 रूपए प्रोत्साहन राशि दी जाती है। वर्तमान में इस राशि का भुगतान चेक के
माध्यम से किया जा रहा है।
कर्मचारी लेेगे जानकारी
जेएसवाई योजना का लाभ
प्रसूता को मिले, इसे देखते हुए पूर्व में बैंक में खाते खुलवाने की व्यवस्था लागू
कर दी थी। इसके तहत सभी बैंकों में प्रसूताओ के जीरो बैलेंस पर खाते खोले जा रहे
हैं। इसको लेकर प्रसव पूर्व होने वाली जांच के दौरान ही कर्मचारी प्रसूता के बैंक
खाता नंबर सहित मोबाइल नम्बर आदि की जानकारी लेंगे।
बैंक के चक्कर से मिलेगी
निजात
पहले प्रसूता को जेएसवाई, शुभलक्ष्मी योजना की राशि के चेक दिए जाते थे।
ऎसे में चेक को बैंक में जमा कराने के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ते थे। चेक
खोने या फटने की स्थिति में नया चेक बनवाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था। अब नई
व्यवस्था से प्रसूताओं व उनके परिजनों को बैंक के चक्कर काटने सहित अन्य समस्याओं
से छुटकारा मिलेगा। प्रसव के 48 घण्टे के भीतर ही राशि प्रसूता के खाते में जमा हो
जाएगी।
ऑनलाइन मिलेगी राशि
जननी सुरक्षा योजना की राशि प्रसूताओं के बैंक
खाते मे एक अगस्त से ऑनलाइन जमा की जाएगी। वर्तमान में सीएचसी व जिला अस्पताल पर यह
सुविधा शुरू की जा रही है। सायला ब्लॉक मे सीएचसी सायला व माण्डवला में यह व्यवस्था
लागू होगी।डॉ. राजूमल,बीसीएमओ, सायला