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24 दिन में जमा हुए 675 करोड़ के पुराने नोट

locationजांजगीर चंपाPublished: Dec 03, 2016 12:31:00 pm

नोटबंदी के बाद 24 दिनों में आरबीआई ने जिले से 675 करोड़ रुपए के पुराने
नोट तो जमा करा लिए, लेकिन ग्राहकों को नया नोट उपलब्ध कराने बैंकों में
पर्याप्त कैश नहीं है।

Accumulated 675 million in 24 days old notes

Accumulated 675 million in 24 days old notes

जांजगीर-चांपा. नोटबंदी के बाद 24 दिनों में आरबीआई ने जिले से 675 करोड़ रुपए के पुराने नोट तो जमा करा लिए, लेकिन ग्राहकों को नया नोट उपलब्ध कराने बैंकों में पर्याप्त कैश नहीं है।

सबसे बदतर स्थिति शासकीय कर्मचारियों की है। ज्यादातर कर्मचारी अवकाश लेकर बैंक के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें बैंक तो दूर एटीएम से भी रकम नहीं मिल पा रहा है।

सबसे खराब स्थिति छोटे बैंकों की है, जहां पर्याप्त रकम नहीं होने से ग्राहकों को चलता खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। ऐसे बैंक एसबीआई के चेस्ट ब्रांच से 5 से 10 लाख तक का डिमांड कर रहे हैं, लेकिन उन्हें दो लाख से अधिक नहीं मिल रहा है। इसके चलते छोटे बैंकों की हालत खस्ता हो गई है।

पांच सौ और एक हजार रुपए के पुराने नोट बीते आठ नवंबर से बंद कर दिए गए हैं। पुराने नोट के बदले नए देने का सरकारी दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। लोगों को पुराने नोट के बाद नया मुहैया कराने के लिए बैंकों में पर्याप्त कैश नहीं है।

सरकार के निर्देश पर बैंकर्स पुराने नोट तो ले रहे हैं, लेकिन नया नोट नहीं दे पा रहे हंै। इस बात का प्रमाण बैंकों से मिले आंकड़े बयां कर रहे हैं।

जिले के सभी राष्ट्रीयकृत बैंक के 112 शाखाओं से 24 दिनों में 675 करोड़ के पुराने नोट जमा हुए हैं, लेकिन पुराने के बदले बैंकर्स ने मात्र 240 करोड़ रुपए के नया नोट ही ग्राहकों को जारी किए हंै।

बताया जा रहा है कि ग्राहक पुराने नोटों के बदले नया लेना चाह रहे, लेकिन उन्हें नया नोट नहीं मिल पा रहा है। एसबीआई में जैसे-तैसे नोट मिल भी जा रहा है, लेकिन छोटे बैंकों की हालत बेहद खराब है। क्योंकि छोटे बैंकों में नोट जमा नहीं हो रहे है। यहां से ग्राहक सिर्फ रकम निकाल कर रहे हैं।

कर्मचारियों को पड़ गए रकम के लाले
नोटबंदी के बाद यह पहला मौका है, जब कर्मचारियों को रकम के लाले पड़ गए हैं। कर्मचारी वेतन की रािश निकालने के लिए बैंक में लाइन लगाए रहते हैं।

वे 24 हजार का विड्राल भर रहे हैं, लेकिन उन्हें दस-दस हजार दो किश्तों में देने की बात चल रही है। हालांकि एक सप्ताह में 24 हजार आहरण कर सकते हैं, लेकिन अभी बैंकों में कैश नहीं होने से उन्हें आवश्यकता के अनुसार राशि नहीं मिल रही है।

सभी एटीएम में कर्मचारियों की लंबी लाइन लगी हुई है। बैंक प्रबंधन का कहना है कि जिले में एसबीआई के 35 एटीएम हैं, जिससे लोगों को राहत पहुंचाया जा रहा है।
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