सपिया में खंभे में लगी भीषण आग मुड़पार में करंट ने ली भैंस की जान
जांजगीर चंपाPublished: Sep 28, 2016 12:46:00 pm
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी मुख्य सप्लाई कनेक्शन, खंंभों और
ट्रांसफार्मरों के रख-रखाव के नाम पर सालाना मोटी रकम फूंकने का का दावा तो
कर रही है
In a sapiya raging fire Mudpar Poles killed in freak Lee Buffalo
जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी मुख्य सप्लाई कनेक्शन, खंंभों और ट्रांसफार्मरों के रख-रखाव के नाम पर सालाना मोटी रकम फूंकने का का दावा तो कर रही है, लेकिन हकीकत दावों से परे है।
बेहतर व्यवस्था बनाने की दुहाई देकर विभागीय अमला और ठेकेदार के कर्मचारी औपचारिकता निभा रहे हैं। मंगलवार को जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम सपिया के विद्युत खंभे में लगी भीषण आग और ग्राम मुड़पार में लूज वायर की चपेट में आकर एक भैंस की मौत इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। ऐसी घटनाएं आए दिन शहरी इलाकों में भी सामने आ रही है, जिसके कारण जान-माल की हानि हो रही है।
पॉवर हब के रूप में पहचान बना रहे जिले में विद्युत आपूर्ति और संधारण व्यवस्था का बुरा हाल है। जिला मुख्यालय सहित कई शहरों में संधारण के नाम पर रोजाना जहां बार-बार विद्युत आपूर्ति ठप की जा रही है। वहीं गांवों में जीर्ण-शीर्ण हो चुके केबल, खुले ट्रांसफार्मर और खतरनाक साबित हो रहे खंभों को बदलने विभागीय अमला संजीदा नहीं है।
सोमवार की रात हुई बारिश के कारण जिले के कई क्षेत्रों में मंगलवार को पूरे दिन विद्युत आपूर्ति ठप रही है। जांजगीर के मुख्य मार्ग, लिंक रोड, कृष्णानगर सहित कई मोहल्लों में सुबह से ठप हुई विद्युत आपूर्ति दोपहर बाद सुचारू हुई। वहीं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत कंपनी के जिम्मेदारों की लापरवाही हद से बाहर हो गई है।
गांवों में हर दिन घंटों अघोषित कटौती तो आम बात है, लेकिन ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी गली-मोहल्लों में लटक रहे वायर को दुरूस्त नहीं कराना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। इस वजह आए दिन हादसे हो रहे हैं।
लोगों को जान-माल का नुकसान उठाना पड़ रहा है, फिर भी विद्युत वितरण एवं संधारण कंपनी के जिम्मेदार अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। जानकारी के अनुसार, मालखरौदा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सपिया की बीच बस्ती में मंगलवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया,
जब विद्युत खंभे से चिंगारी उठने लगी और शार्ट सर्किट की आवाज ग्रामीणों के कानों तक पहुंची। ग्रामीण जब घरों से बाहर निकले तो शार्ट सर्किट की वजह से खंभे पर लगी आग भीषण रूप ले चुकी थी। खंभे पर लगे उपकरण और केबल तेज लपटों के साथ जल रहे थे। इससे गांव भर की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि इस घटना से वे काफी घबरा गए थे। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि खंभे पर हुई शार्ट सर्किट की वजह से उनके घरों के
विद्युत उपकरण खराब हो गए। इस घटना की सूचना सुबह ही विभागीय अमले को दी गई थी, लेकिन अमला दोपहर 12 बजे तक गांव नहीं पहुंचा था, जिसकी वजह से गांव की विद्युत आपूर्ति घंटों ठप रही। इससे भी बड़ा हादसा ग्राम खिसोरा (मुड़पार) में सामने आया है। यहां गांव से होकर गुजरे विद्युत केबल महीनों से लटक रहे हैं, जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों को कई बार दी थी। बावजूद, लूज केबल को दुरूस्त नहीं कराया गया।
इस वजह से केबल टूटकर गिर गया और गांव के गोकुल श्रीवास की एक भैंस करंट की चपेट में आकर काल कवलित हो गई। वहीं ग्रामीण हादसे का शिकार होते-होते बच गए। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लूज केबल की वजह से वे परेशान हैं। पहले भी लोगों को कई बार जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है। बहरहाल,
विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी जनसुविधा के नाम पर आखिरकार राशि कहां खर्च कर रहे हैं, यह एक बड़ा सवाल है।
शहर में रोजाना कटौती
जिला मुख्यालय जांजगीर में संधारण के नाम पर हर रोज विद्युत आपूर्ति ठप की जा रही है। सोमवार की रात हुई बारिश का हवाला देकर मंगलवार को शहर के कई हिस्सों की आपूर्ति ठप की गई थी।
कचहरी चौक, मुख्य मार्ग में घंटों तक विद्युत आपूर्ति ठप रहने से लोगों को पेयजल को लेकर परेशान होना पड़ा। साथ ही बैंक के कामकाज से लेकर व्यवसायियों का धंधा प्रभावित हुआ।
कुछ ऐसा ही हाल लिंक रोड का भी रहा। इस मार्ग की विद्युत आपूर्ति घंटों ठप रही।