भरत मिलाप के दौरान नीली बत्ती लगी गाड़ी में लगा रहे थे गश्त। पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल।
जौनपुर. बरसठी थाना क्षेत्र के आलमगंज के भरत मिलाप की रात नीली बत्ती लगी जाइलो मेंं घूमते पकड़े गए असली वर्दी में नकली पुलिस वालों का रौब देखकर एक बार बरसठी पुलिस भी हैरत में पड़ गई। पहले सोचा कि ये एसटीएफ के लोग होंगे। पर बाद में जब शक हुआ और पूछताछ की गई तो सब राज खुल गया। गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को उनका चालान कर जल भेज दिया गया।
दरअसल पूरा मामला तीन दिन पहले आलमगंज बाजार का है। यहां के भरत मिलाप में नीली बत्ती लगी जाइलो गाड़ी मेले का लगातार चक्कर लगा रही थी। उसमें बैठे पांचो युवक पुलिस वर्दी मे थे। आम जनता और खुद कुछ पुलिस वाले भी यही समझ रहे थे कि यह एसटीएफ के लोग हो सकते हैं। वजह, दो दिन पहले ही रामपुर थाना क्षेत्र के दूबे पुर से पांच सुपारी किलर पकड़े गये थे। भ्रम फैलाने में तो ये सफल हो गए, लेकिन आलमगंज बाजार मे रूकना इन फर्जी वर्दीधारियों को मंहगा पड़ गया।
पकड़े गये युवकों का सरगना अनिल कुमार उर्फ सुरेन्र्द गौड़ पुत्र कल्लू राम गौड़ निवासी राजापुर थाना बरसठी के मुताबिक गैंग का सरगना ज्ञानपुर क्षेत्र की कोई महिला है। पर पुलिस की लिखा पढ़ी में उक्त महिला का कोई जिक्र ही नहीं है। प्रत्यक्ष दर्शियो की माने तो यह नीली बत्ती लगी जाइलो पांच दिन पहले भी परियत के भरत मिलाप के रात मे रसूलहांं परियत के बीच मेंं कई चक्कर लगाया और उसमें पुलिस वर्दी मेंं बैठे लोगों के साथ तीन महिलाएं भी थीं। मेले मे मौजूद बरसठी पुलिस के सामने गाड़ी इधर उधर चक्कर लगाती रही किन्तु पुलिस भी उनके रौब में आ गई और गाड़ी रोककर असलियत जानने की जहमत नहीं उठा सकी।
अन्य पकड़े गये युवकों मे मानिक चन्द्र पुत्र बेचन राम कन्नौजिया ,राकेश कुमार यादव पुत्र दयाशंकर यादव, राजेश कुमार प्रजापति पुत्रराम छबिले, दिनेश कुमार पुत्र राम सागर कन्नौजिया सभी निवासी कस्तुरीपुर थाना सुरियांवा सरन भदोही के रहने वाले हैं। वाहन मालिक धर्मेन्द्र कुमार कन्नौजिया भी कस्तुरीपुर का ही रहने वाला है । पुलिस ने सभी का चालान धारा 419, 420,171के तहत कर जेल भेज दिया।