झाबुआ. वर्षों से अटकी पड़ी इंदौर-दाहोद एवं छोटा उदयपुर-आलीराजपुर, धार-इंदौर रेल परियोजना, रतलाम डूंगरपुर परियोजना को गति देने के लिए मंगलवार को इंदौर स्थित रेसीडेंसी कोठी में बैठक हुई। इसमें रेल लाइन के लिए एक वर्ष में भूमि अधिग्रहण का भरोसा दिया।
बैठक में सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि परियोजना के कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। इस कारण पूरे क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है। रेल परियोजना की लागत बढ़ती जा रही है। भूरिया ने कहा कि सभी कलेक्टरों ने एक वर्ष की अवधि में भूमि अधिग्रहण पूरा करने का भरोसा दिलाया है। 6 माह बाद में पुन: समीक्षात्मक बैठक में प्रगति की जानकारी दी जाएगी। जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भट्ट ने बताया कि इससे क्षेत्र का समुचित विकास होगा तथा रोजगार अवसर बढ़ेंगे। भूरिया ने बैठक रेल सुविधा प्रदान के लिए पत्र सौंपते हुए मांग की मेघनगर से दिल्ली के लिए सुबह देहरादून एक्सप्रेस के बाद शाम तक कोई गाड़ी नहीं है। साथ ही बांद्रा-उदयपुर और बलसाड-हरिद्वार ट्रेन का स्टॉपेज मेघनगर में अथवा नीमच तक नई मेमू टे्रन चलाने की मांग की।
ताकि क्षेत्र के लोगों को सीधे मेघनगर से मंदसौर नीमच एवं राजस्थान जाने को सीघे सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। बैठक में इंदौर सांसद एवं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, धार सांसद सावित्री ठाकुर एवं पश्चिमी रेलवे के अधिकारी एवं झाबुआ, आलीराजपुर, धार, इंदौर कलेक्टर शामिल हुए।
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