कहीं दिन में दो घंटे तो कहीं रात की जा रही सप्लाय, जहां पानी नहीं वहां पूरे समय बिजली
झाबुआ. रबी फसल की सिंचाई के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही। किसानों से स्थाई और अस्थार्यी कनेक्शन ले रखे हैं। कहीं दिन में दो घंटे बिजली दी जा रही है तो कहीं पर रात में बिजली मिल रही है।
दिन में बार-बार बिजली बंद होने से किसानों की मोटरें जल रही हैं। समय पर पानी न फेर पाने के कारण फसल के साथ ही उनके चेहरे मुरझाने लगे हैं। ग्राम सेमलिया बड़ा दुकान फलिया रहवासी पांगला, कालू, माला, मलिया ने बताया कि दिन में मुश्किल से दो घंटे बिजली आती है। बार-बार बंद होने से दिन में पानी नहीं फेर पाते। रात के समय कुछ समय बिजली रहती है, लेकिन रात को किसान पानी कैसे फेरें। पानी होने के बाद भी कई लोगों की फसलें मुरझाने लगी हैं। इन किसानों ने अपने खेत में चना, गेहूं और मक्का की फसल बोई है। सजवानी छोटी के किसान कल्ला डामोर ने बताया कि उनके गांव में बिजली तो मिल रही है, लेकिन पर्याप्त नहीं मिल रही। फसलों को जितना पानी चाहिए उतना नहीं दे पा रहे। खेत में गेहूं और चना बोया है। ग्राम गोलाछोटी के किसान केना, रमेश ने बताया कि उनके यहां दिन में बिजली चालू रहती है, लेकिन उसमें एक फेस नहीं रहता। इससे उनकी मोटरें नहीं चल पाती। रात के समय तीनों फेस में बिजली मिलती है। दिन में सिंचाई की तैयारी कर लेते हैं। रात को बिजली आने के बाद पानी फेरते हैं, लेकिन अंधेरे के कारण कई जगह पानी देना रह जाता है। वहीं जहरीले जीव-जंतुओं का भी भय बना रहता है।