झालरापाटन ।चन्द्रभागा कार्तिक मेले में जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग, राजस्थान पर्यटन विभाग व नगरपालिका के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार दोपहर को पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किया।
झालरापाटन ।चन्द्रभागा कार्तिक मेले में जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग, राजस्थान पर्यटन विभाग व नगरपालिका के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार दोपहर को पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनोहरथाना क्षेत्र के विधायक कंवरलाल मीणा, विशिष्ठ अतिथि आदर्श पशुधन कल्याण एवं पर्यावरण विकास संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष होताराम रेबारी, नगरपालिका अध्यक्ष अनिल पोरवाल, झालरापाटन पंचायत समिति की प्रधान भारती नागर, अतिरिक्त जिला कलक्टर खजान सिंह, उपखण्ड अधिकारी रामचरण शर्मा, भाजपा नेता दिनेश मंगल थे। अध्यक्षता जिला प्रमुख टीना भील ने की।
मुख्य अतिथि ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है, लेकिन हमारे देश में लगातार पशुधन की कमी होती जा रही है। इनकी संख्या में कमी होना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि बदलते हालात के साथ ही कृषि के तौर तरीकों में परिवर्तन आ रहा है। इससे किसानों का पशुओं से मोह कम होने लगा है, लेकिन पशु धन समय की जरूरत है। इसके प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार की ओर से उन्नत नस्ल के पशुओं की खरीद व पशु नस्ल सुधार के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। इसका पशुपालक लाभ उठाकर अपनी आय बढ़ा सकते हंै।
अध्यक्षता कर रही जिला प्रमुख ने कहा कि पशुपालन को व्यापार के रूप में भी किया जा सकता है। नव पीढ़ी के लोग यदि पशुपालन के माध्यम से डेयरी जैसा लाभकारी ध्ंाधा कर सकते
हैं।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक एवं मेलाधिकारी डॉ. जीके श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार शाम तक मेले में विभिन्न नस्ल के 5 हजार 503 पशु आए हंै। मेले में 16 प्रकार के पशुओं की प्रतियोगिता हुई। इसमें 49 पशुओं का चयन किया गया।
विजेता पशुओं के पशुपालकों को 46 हजार 900 रुपए पुरस्कार राशि एवं प्रशंसा पत्र दिए। राज्य सरकार को इस मेेले से अब तक विभिन्न मदों से 22 लाख 41 हजार 90 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। वर्तमान में किराया वसूली जारी है। राज्य सरकार को मेले से गत वर्ष 20 लाख 42 हजार 171 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। मेले में विभिन्न सरकारी विभागों ने प्रर्दशनियां लगाई है।
अतिथियों ने विजेता पशुपालकों को नकद पुरस्कार व प्रमाण-पत्र वितरित। कार्यक्रम में नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी महावीर सिंह सिसोदिया, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक चन्द्रशेखर व्यास भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक डॉ. औंकार पाटीदार ने किया।