गुर्जर आंदोलन से थमी रेलें, अटके यात्री
आरक्षण की मांग को
लेकर एक बार फिर गुर्जरो द्वारा गुरूवार शाम से पटरी पर पड़ाव डाल दिए जाने से लंबी
भवानीमंडी।आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर गुर्जरो द्वारा गुरूवार शाम से पटरी पर पड़ाव डाल दिए जाने से लंबी दूरी की दिल्ली- कोटा-रतलाम-मुम्बई के बीच चलने वाली रेलों के पहिए थम गए। रेलों की आवाजाही बंद होने से स्टेशनों पर यात्री फंसे रहे गए। वहीं यात्रियों द्वारा आरक्षित टिकटों को निरस्त कराने का सिलसिला दिन भर चला।
सुबह से रेलों नहीं आने से स्टेशन परिसर में ही सैकड़ों यात्री अटके पडे है। ऎसे में भीष्ाण गर्मी व लू के थपेड़ों के बीच उन्हे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली-मुम्बई जाने वाले यात्री दिनभर परेशान होते रहे एवं पूछताछ केन्द्र पर उनको सही जानकारी नहीं दी जा रही थी। ऎसे में उनकी परेशानियां कम होने की बजाय बढ़ रही थी। अब रेलें कब शुरू होगी, इसका अंदाजा नहीं लग रहा है।
चलाई स्पेशल रेल
कोटा रेलवे ने कोटा-नागदा के बीच छोटे स्टेशनों पर आने-जाने वाले यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए कोटा नागदा के बीच शुक्रवार को सामान्य श्रेणी की रेल चलाई। जो दोपहर तीन बजे कोटा से चल कर 4.33 बजे भवानीमंडी स्टेशन पहुंची। यह रेल कितने दिनों तक चलेगी। इसकी जानकारी रेलवे विभाग नहीं दे सका है।
रेलों के बदले रास्ते
पीलूपुरा के पास ट्रेक पर गुर्जरों का जमावड़ा होने से रेलवे दिल्ली-मुम्बई मार्ग की ट्रेनों का रास्ता बदल दिया है। जिससे अप व डाउन स्वर्ण मंदिर फ्रंटियर मेल, अवध एक्सप्रेस, इंदौर- निजामद्दीन, जनता एक्सप्रेस आदि लंबी दूरी की रेलें नहीं आने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
यात्री आहत, फाटक से राहत
गुर्जर आंदोलन शुरू होने से भले ही रेल यात्री आहत हुए हो। अधिकांश समय सबसे व्यस्ततम कालवा स्थान हनुमान मंदिर व भैसोदा रेलवे फाटक खुला रहने से लोगों को आवाजाही में राहत मिल गई है। फाटक खुला रहने से न तो जाम लगा है, न ही लोगों को इंतजार करना पड़ा है।
टिकट निरस्त
रेलों की आवाजाही बंद होने से यात्रियों द्वारा पूर्व में खरीद किए गए सामान्य व आरक्षित टिकटों को निरस्त कराया जा रहा है। शुक्रवार को 50 से अधिक करीब 22हजार रूपयों के आरक्षित टिकट यात्रियों ने कैंसिल करवाए। जिससे रेलवे को नुकसान उठाना पड़ा।