पिपलाद बांध के कैचमेंट क्षेत्र से लिए पानी के नमूने
झालावाड़Published: Feb 12, 2016 10:30:00 pm
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड कोटा की टीम ने गुरुवार को पिपलाद बांध में मिल रहे आरटीएम मिल द्वारा छोड़े रसायनिक
भवानीमंडी।प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड कोटा की टीम ने गुरुवार को पिपलाद बांध में मिल रहे आरटीएम मिल द्वारा छोड़े रसायनिक दूषित पानी के नमूने रामटी नाले, इसके बाद आगे माण्डवी पुलिया व बांडया बाग हनुमान मंदिर के समीप पुलिया से लिए।
बोर्ड के कनिष्ट अभियंता केजी राठौर ने बताया कि मिल द्वारा छोड़े गए पानी के प्रथम स्थान से लिए गए पानी से रसायनिक बदबू आ रही थी। इसके बाद शिवालय बांध से नमूने लिए जाने लगे तो उसमे शहर के गंदे पानी की बदबू आ रही थी। इससे पानी के नमूने माण्डवी पुलिया व बांध के कैचमेंट स्थल बांड्या बाग पुलिया के समीप से नमूने लिए। इस दौरान राठौर ने कहा कि पहले नगर पालिका को शहर का गंदा पानी इसमे आने से रोकने के लिए प्लान बनाना चाहिए। शहर का निकला गंदा पानी भी कई बीमारियों की जड़ है।
उन्होंने बताया कि पानी की रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जा सकेगी। इस दौरान सहायक पर्यावरण अभियंता आशीष बोरासी और लैब असिस्टेंट कैलाश मकवाना साथ थे।
सात-आठ साल पहले पिपलाद बांध बनना शुरू हुआ था, तब जलदाय विभाग के तत्कालीन अधिशासी अभियंता दीपक झा ने आरटीएम मिल एवं शहर का गंदा पानी बांध में जाने से रोकने के लिए बांडय़ा बाग तक छोटे चैक डेम बनाने का सुझाव दिया था, लेकिन पालिका ने अभी तक इस और ध्यान नहीं दिया।