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पद खाली, व्यवस्थाएं चरमराई

locationझालावाड़Published: Feb 12, 2016 10:31:00 pm

न्यायालय में दायर याचिकाओं के निर्णय के तहत राज्य सराकार ने 11 हजार द्वितीय श्रेणी जीएनएम पदों पर सूची

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झालावाड़।न्यायालय में दायर याचिकाओं के निर्णय के तहत राज्य सराकार ने 11 हजार द्वितीय श्रेणी जीएनएम पदों पर सूची क्या जारी की, यहां एसआरजी अस्पताल की व्यवस्थाएं ही चरमरा गई। एसआरजी चिकित्सालय के विभिन्न विभागों में संविदा पर कार्यरत करीब 275 जीएनएम में से 150 का चयन सरकारी सेवा में हो गया।आधे से ज्यादा नवनियुक्त नर्सिंगकर्मी कार्यमुक्त होकर चले भी गए हैं। सूत्रों के मुताबिक नर्सिंगकर्मियों के अधिकांश पद खाली होने जाने से गुरुवार को तय ऑपरेशन्स में भी बाधा हुई।

रात्रिकालीन व्यवस्थाएं भगवान भरोसे

एसआरजी चिकित्सालय में रात्रिकालीन व्यवस्थाओं के तहत गहन चिकित्सा इकाई कक्ष व आपातकालीन कक्षों में एक-एक चिकित्सकों की डयूटी रहती है। जबकि आधा दर्जन वार्ड देर रात को नर्सिंगकर्मियों के भरोसे ही रहते हैं। लेकिन अब इन नर्सिंगकर्मियों के जिले से बाहर चले जाने के रात्रिकालीन व्यवस्थाएं भगवान भरोसे रहेंगी।

मरीज हुए परेशान

नर्सिंगकर्मियों के चयन सूची में नाम आने के बाद यहां अस्पताल में शाम पांच बजे तक कोई वैकल्पिक व्यवस्थाएं नहीं हो पाई। जहां वार्डों में पांच से छह नर्सिंगकर्मियों की डयूटी रहती थी। वहां दो से तीन नर्सिंगकर्मियों से काम चलाना पड़ा।


जिले में 104 नर्सिंगकर्मी लगाए

उधर, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लगे 104 नर्सिंगकर्मियों को जिले में ही लगा दिया है। लेकिन यहां से भी करीब 45 नर्सिंगकर्मियों के जिले से बाहर चले जाने के कारण व्यवस्थाएं चरमरा गई। फिलहाल इन ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 50 नर्सिंगकर्मियों की ओर जरूरत है।

जानकारों के मुताबिक एसआरजी चिकित्सालय में कार्यरत कई नर्सिंगकर्मियों में से अधिकांश को उनका गृह जिले में पोस्टिंग मिलने व कई जिले के कर्मचारियों को अन्य जिलों में लगाने के कारण व्यवस्थाएं भगवान भरोसे ही है।

ऑपेरशन भी होंगे प्रभावित
एसआरजी चिकित्सालय के नेत्र ऑपरेशन थियेटर में करीब 15 ऑपरेशन प्रस्तावित थे। इसमें से करीब 7 ऑपरेशन ही गुरुवार को हो सके। यहां के आपातकालीन कक्ष में कार्यरत 15 नर्सिंगकर्मियों में से 10 और इसी तरह अन्य तीन ऑपरेशन थियेटर में कार्यरत करीब 40 नर्सिंगकर्मियों में से करीब 25 चयन के बाद चले गए।इस कारण अब तीनों ऑपरेशन थियेटरों में व्यवस्थाएं मात्र 15 नर्सिंगकर्मियों के भरोसे ही है।


एसआरजी चिकित्सालय से करीब 150 नर्सिंगकर्मियों के राज्य सूची में चयनित हो जाने के कारण व्यवस्थाएं तो प्रभाावित हुई हंै। वैकल्पिक व्यवस्थाओं के तौर पर संविदा या प्लेसमेंट पर नर्सिंगकर्मी लगाएंगे। डॉ.आर.के.आसेरी, डीन झालावाड़ मेडिकल कॉलेज

 जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 104 नर्सिंगकर्मियों में लगाया है। लेकिन यहां से करीब 45 नर्सिंगकर्मी जिले से बाहर गए हैं। फिलहाल 50 नर्सिंगकर्मियों की और आवश्यकता है। डॉ.साजिद खान, सीएमएचओ
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