बेकार जाएंगी तीन लाख एल्बेंडाजोल
झालावाड़Published: Feb 11, 2016 10:54:00 pm
जिले भर में सभी राजकीय व निजी विद्यालयों तथा आंगनबाडी केन्द्रों पर बुधवार को कृमि नाशक दवाई पिलाई गई
झालावाड़।जिले भर में सभी राजकीय व निजी विद्यालयों तथा आंगनबाडी केन्द्रों पर बुधवार को कृमि नाशक दवाई पिलाई गई है। लेकिन कुल नामांकन 3 लाख 7968 विद्यार्थियों के मुकाबले 6 लाख 36 हजार गोलियां का वितरण किया गया है। स्कूलों में बाकी बची 3 लाख गोलियों के बारे में कोई गाइडलाइन नहीं होने के चलते असमंजस बना हुआ है। अध्यापकों ने ‘पत्रिकाÓ को बताया कि उन्हें सिर्फ एक ही बार इनके उपयोग के निर्देश प्रशिक्षण के वक्त दिए गए। स्वास्थ्य विभाग भी शेष बची गोलियों के बारे में मौन है। पत्रिका ने पड़ताल कर कुरेदा तो विभाग के अधिकारी बोले कि अगले छह माह में गोली खिलाई जाएंगी। हालांकि तब तक इनके संरक्षण कर जवाब उनके पास फिर नहीं था।
इतने स्कूलों में बांटी गई कृमिनाशक गोलियां
जिले में राजकीय व निजी सहित कुल 2284 स्कूलों में यह गोलियां सिरप का वितरण किया गया। इसमें कुल नामांकन 3 लाख 7968 विद्यार्थियों को 6 लाख 36 हजार गोलियां का वितरण किया गया है। तो 1413 आंगनबाडी केन्द्रों के 139794 बच्चों को 10676 सीरप तथा 1 लाख 32422कृमि नाशक गोलियां का वितरण किया गया है। 1 से 2 वर्ष के बच्चे के लिए सीरप तथा 2 से 19 वर्ष तक के बच्चों को गोलियां दी गई हैं।
दोगुनी गोलियों का किया वितरण
राजकीय व निजी विद्यालय के 3 लाख 7968 विद्यार्थियों की एक गोली देनी थी लेकिन चिकित्सा विभाग ने स्कूलों को 6 लाख 36 हजार गोलियां थमा थी। अब स्कूलों में जरुरत से ज्यादा गोलियां दे दी गई है। ऐसे में शेष गोलियों का क्या होगा।
अगले छह माह बाद होगा शेष बची गोलियों का वितरण
स्कूलों में नामांकन 3 लाख है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने नामांकन के उलट 6 लाख 36 हजार गोलियों का वितरण कर दिया है। इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि शेष गोलियों का वितरण अगले छह महीने में होगा। इनका वितरण हर छह माह में किया जाता है। इनकी एक्पायर होने की तिथि2018 है।
अभिभावक रहे परेशान
कीड़े मारेन वाली इस एल्बेंडाजोल से प्रथम दिन ही कई विद्यार्थी बीमार हो गए हैं। इसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं बच्चों के अभिभावक भी इसको लेकर परेशान रहे, लेकिन चिकित्सकों ने बताया कि इस गोली का कोई रिएक्शन नहीं हुआ है। जिला चिकित्सा एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि इस मामले में जांच करवाई जाएगी। यह सभी राजकीय व निजी स्कूलों में बांटी गई है।