योगी राज में व्यापारियों का हाल बुरा है। झांसी से अपहृत दो व्यापारियों का पता लगाने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है।
झांसी. योगी राज में व्यापारियों का हाल बुरा है। झांसी से अपहृत दो व्यापारियों का पता लगाने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है। तभी तो छह दिन गुजर जाने के बाद व्यापारियों का सुराग नहीं मिला है। इसको लेकर व्यापारियों व परिजनों में आक्रोश पनपता नजर आ रहा है।
कोतवाली थाना क्षेत्र के डरु भोंडेला मोहल्ले में रहने वाले राजू कमरया उर्फ राजेन्द्र अग्रवाल व राहुल अग्रवाल का वर्दीधारियों ने 12 जुलाई को अपहरण कर लिया था। इस मामले में राजू के भाई रवि अग्रवाल ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दफा 364 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना को शासन ने गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से एसटीएफ को जिम्मेदारी दी थी मगर अभी तक एसटीएफ को सफलता हासिल नहीं हुई है। लखनऊ में बैठकर एसटीएफ, यूपी, एमपी व राजस्थान में सक्रिय गैंग के बारे में पता लगाने में जुटी है। इसके अलावा पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी के सदस्यों पर नजर रखी जा रही है।
राजू कमरया के घर पर पुलिस की नजर
अपहृत चर्चित व्यापारी राजू कमरया के घर पर किन-किन लोगों का आना जाना है। वे घर के सदस्यों से किस तरह से वार्तालाप कर रहे हैं? इस पर भी नजर रखी जा रही है। जानकार सूत्रों का कहना है कि जिस गैंग ने अपहरण किया है, उस गैंग को झांसी से ही सूचना दी गई थी। इसके बाद गैंग ने अपना जाल फैलाया था।
महाराष्ट्र से सोना मंगवाने वाले व्यापारी की तलाश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह पता लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र से कौन- कौन सर्राफा व्यापारी सोना मंगवाता है। इसके लिए पुलिस ने व्यापारियों पर नजर रखना शुरु कर दिया। इस तरह का कारोबार करने वाले व्यापारियों से पुलिस पूछताछ कर सकती है।
राजस्थान व एमपी में पुलिस ने डेरा डाला
झांसी परिक्षेत्र से अपहरण करने वाली गैंग के सरगना व उनके गुर्गों की तलाश में झांसी पुलिस ने एमपी व राजस्थान में डेरा डाल लिया है। इन स्थानों से नए से लेकर पुराने लोगों से संपर्क स्थापित किया गया है मगर अभी तक सुराग हाथ नहीं लगा है। बताते हैं कि जिस गैंग ने दोनों व्यापारियों का अपहरण किया है, उस गैंग ने काफी दिनों से वहां की रैकी कर रखी थी, तभी मौका देख दोनों को गाड़ी में डालकर ले गए।