कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने बुंदेलखंड में एक लाख चिट्ठियां बंटवाने का दावा किया है।
झांसी. बुंदेलखंड के महोबा में प्रधानमंत्री की रैली से पहले कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला पत्र लिखा है। इसमें बुंदेलखंड के किसानों का दर्द बयां किया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री से बुंदेलखंड के किसानों की बदहाल स्थिति को सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाए जाने की अपेक्षा की गई है। पत्र में कहा गया कि किसान वादे नहीं, वास्तविक सहायता चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि इस पत्र की बुंदेलखंड में अब तक एक लाख प्रतियां वितरित कराई जा चुकी हैं।
दाने-दाने को मोहताज हैं किसान
पत्र में कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी से कहा है कि तमाम देशों की यात्राओं के बाद आपको भूखे-प्यासे बुंदेलखंड के किसानों की याद आई है और आप उनसे मिलने 24 अक्टूबर को महोबा आ रहे हैं। आपका स्वागत करते हुए यहां के गरीब किसानों की पीड़ा से अवगत कराना चाहते हैं। बुंदेलखंड का किसान कई वर्षों से दैवीय आपदा से ग्रस्त है। सूखे के कारण सभी फसलें बर्बाद होती रहती हैं। किसान दाने-दाने को मोहताज हैं। भुखमरी के कारण किसान आत्महत्या और पलायन करने को मजबूर हैं। किसान कर्ज के बोझ से दबा हुआ है। हालत यह है कि झांसी और ललितपुर जिले के किसानों को राष्ट्रीय आपदा राहत के अंतर्गत शामिल नहीं किया गया है। इससे उन्हें सूखे का मुआवजा नहीं मिल सका है।
सरकार बनने पर पूरे नहीं किए वादे
कांग्रेस नेता ने पत्र में कहा है कि चुनाव के वक्त किए गए वादे एनडीए की सरकार बनने के बाद पूरे नहीं किए गए हैं। न तो किसानों को 200 दिन काम मिला और न ही बेरोजगारों को रोजगार। सूखे की मार, सिंचाई साधनों के अभाव और कर्ज ने किसानों की कमर तोड़ दी है। बुंदेलखंड की हर योजना ठंडे बस्ते में है। ऐसे में किसानों के हितों को देखते हुए बुंदेलखंड की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की उम्मीद प्रधानमंत्री से कांग्रेस नेता ने की है।