कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली करारी शिकस्त के बाद दिल्ली में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) में दरार पड़नी शुरू हो गई है।
कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली करारी शिकस्त के बाद दिल्ली में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) में दरार पड़नी शुरू हो गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि राजग सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने में यह कहते हुए असमर्थता जाहिर की है कि उनके पास कीमतों को रोकने का ‘पॉवर’ नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘जरूरी वस्तुओं के दाम नियंत्रित करने की ताकत उपभोक्ता मामलों के मंत्री के पास होती है, लेकिन कैबिनेट मंत्री का कहना है कि उनके पास कोई ऐसा पॉवर नहीं है, जिससे दाम को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने सवाल किया कि राजग के वरिष्ठ नेता के पास पॉवर नहीं है तो पॉवर किसके पास है? इससे साफ है कि पीएम मोदी का जो काम करने का तरीका है, उसका खुलकर इजहार पासवान ने कर दिया है।’
उन्होंने कहा कि पासवान मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। कैबिनेट मंत्री के पास ‘पॉवर’ होता है लेकिन उनके बयान से लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता की सारी पॉवर अपने ही पास रखे हुए हैं और उनके मंत्रिमंडल में किसी कैबिनेट मंत्री का कोई महत्व नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नागरिक आपूर्ति मंत्री के बयान से यह भी साफ हो गया है कि राजग में फूट पडऩे लगी है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पासवान के बयान से यह भी स्पष्ट हो गया है कि महंगाई के लिए सीधे-सीधे प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं। सरकार में सब कुछ प्रधानमंत्री कार्यालय से संचालित हो रहा है, वहां गठबंधन के किसी सहयोगी का कोई महत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। उनका कहना था कि बिहार विधानसभा चुनाव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की आंख खोल दी है। उसे एहसास हो गया है कि जनता भाजपा सरकार से परेशान है और नाराज है।