नवलगढ़। कस्बे के सूर्यमंडल में अस्थाई
रूप से संचालित की जा रही राजकीय कॉलेज के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है।
सूर्यमंडल प्रबंधन की ओर से कॉलेज के लिए उपलब्ध करवाए गए सात में से दो कमरों के
ताले लगा दिए हैं। साथ ही चाबी देने से इनकार कर दिया है।
इसके चलते
विद्यार्थियों को मजबूरी में सूर्यमंडल मैदान में खुले आसमान के नीचे बैठकर पढ़ाई
करनी पड़ रही है। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जानकारी के अनुसार गत शिक्षा
सत्र के समापन पर सूर्यमंडल प्रबंधन ने सात में से दो कमरों के अपने ताले लगा दिए।
नए शिक्षा सत्र शुरू होने पर जब महाविद्यालय प्राचार्य ने चाबी मांगी तो देने से
इनकार कर दिया। ऎसे में महाविद्यालय के पास अब पांच कमरे ही रह गए हैं। इनमें भी एक
कमरे में प्राचार्य व कम्प्यूटर कक्ष, दूसरे कमरे में स्टाफ रूम व लाइब्रेरी बना
रखी है। जबकि तीसरे कमरे में आधे से ज्यादा जगह में फर्नीचर रखे हुए हैं। ऎसे में
महाविद्यालय के पास अब तीन कमरे ही बचे हुए हैं। जगह के अभाव में कई कक्षाएं
शुक्रवार को खुले मैदान में लगानी पड़ी। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हुई।
छह कमरे चाहिए
महाविद्यालय की मानें तो टाइमटेबल के अनुसार कक्षाएं लगाने के
लिए कम से कम छह कमरे चाहिए। जबकि कक्षाओं के लिए तीन कमरे ही उपलब्ध है।
इसको लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया है। कमरों के अभाव में कक्षाएं
मैदान में लगानी पड़ रही है। कमरे उपलब्ध करवाने की शीघ्र मांग की गईहै। डॉ.
मधुलिका सक्सेना, प्राचार्य, राजकीय कॉलेज, नवलगढ़।