script

शीतकालीन सत्र: पीएम मोदी ने कहा, वाद -विवाद हो लेकिन सदन चले

Published: Nov 26, 2015 12:12:00 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी ने गुरुवार को सांसदों से संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप निर्विघ्न , रचनात्मक तथा सार्थक चर्चा की अपील की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सांसदों से संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप निर्विघ्न , रचनात्मक तथा सार्थक चर्चा की अपील की।

शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले मोदी ने मीडिया के सामने कहा ‘वाद हो, विवाद हो, संवाद हो, यही संसद की आत्मा है। उन्होंने कहा ‘हमारा संविधान आशा की एक किरण है , जो सद्भाव, अवसर, सार्वजनिक भागीदारी और समानता का प्रतीक है। 

प्रधानमंत्री ने कहा ‘मैं आश्वस्त हूं कि हम सभी सांसद ,लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।पिछले मानसून सत्र के दौरान विवादास्पद मुद्दों के कारण संसद सत्र नहीं चल पाने के परिप्रेक्ष्य में प्रधानमंत्री के बयान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गुरुवार को शुरु हुआ सत्र 23 दिसंबर तक चलेगा। 

वर्तमान सदस्य के निधन से राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित 
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नगालैंड से राज्यसभा के वर्तमान सदस्य खिखेको जिमेमी के निधन के कारण सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। बाबा साहब अम्बेडकर की 125 वीं जयंती के सिलिसले में संविधान पर गुरुवार को से संसद में दो दिन चर्चा शुरू होने वाली थी, लेकिन जिमेमी के निधन के कारण स्थगित होने से राज्यसभा में यह चर्चा नहीं शुरू हो सकी। 

सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई तो सभापति हामिद अंसारी ने सदन को जिमेमी के निधन की जानकारी दी। उन्होंने जिमेमी के अलावा राज्यसभा के तीन पूर्व सदस्यों के निधन पर भी अपना शोक संदेश व्यक्त किया। सदन ने इन चारों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रख कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। 

ट्रेंडिंग वीडियो