कल शाम मे एक औरत को ठिठुरता देख मैरे दोस्त ने अपना कम्बल उसके बदन पर दे दिया। . . . उसने कम्बल फ़ेकते हुए कहा “गरीब नही हूँ शादी मे जा रही हूँ ।”