जैसे-जैसे शासन से पैसा आता जा रहा है, सरपंचों का पैसा दिया जा रहा है लेकिन बजट आने की गति धीमी होने के कारण हितग्राहियों की परेशानी बढ़ गई है
कांकेर. जिले में एसबीएम के माध्यम से कुल 34849 शौचालय जिले में बन चुके हैं, जिसकी कुल देय राशि 4181.88 लाख रुपए बनता है लेकिन अभी तक 2604.82 लाख रुपए ही जारी किए गए हैं अर्थात शौचालय बनने के बाद भी 1577.06 लाख रुपए अब तक हितग्राहियों को नहीं मिल पाया है।
यही कारण है कि सरपंच राशि को लेकर काफी परेशान हैं। इसमें भी सबसे अधिक राशि बनने के बाद नरहरपुर को देना है। वहां पर 7308 शौचालय बन चुके हैं, जिसकी कुल देय राशि 876.96 लाख रुपए बनती है लेकिन वहां पर अभी तक 395 लाख रुपए ही जारी किया गया है। जैसे-जैसे शासन से पैसा आता जा रहा है, सरपंचों का पैसा दिया जा रहा है लेकिन बजट आने की गति धीमी होने के कारण हितग्राहियों की परेशानी बढ़ गई है।
बनने के बाद सबसे कम बकाया राशि कोयलीबेड़ा का है। वहां पर एसबीएम के माध्यम से 4065 शौचालय बनने थे, जिसमें से अभी तक 3384 शौचालय बन चुके हैं। अभी तक बन चुके शौचालयों की राशि कुल 406.08 लाख रुपए बनते हैं। वहां पर अब तक 395.20 लाख रुपए जारी हो चुके हैं अर्थात वहां पर सिर्फ 10.88 लाख रुपए ही बकाया है।
भानुप्रतापपुर में एसबीएम के माध्यम से कुल स्वीकृत शौचालयों की संख्या 6811 है। इसमें से अब तक 5403 शौचालय बन चुके हैं, जिसके कुल राशि 648.36 लाख रुपए बनते हैं लेकिन वहां पर 345.20 लाख रुपए जारी हुआ है। बन चुके शौचालयों की अभी 303.16 लाख रुपए अभी जारी करना है। चारामा में एसबीएम के माध्यम से10572 शौचालय बनने थे, जो सभी बन चुके हैं। वहां कुल देय राशि 1268.64 लाख रुपए बनता है लेकिन अभी वहां पर 838.82 लाख रुपए जारी हुए हैं, वहां अभी भी 439.82 लाख रुपए देने हैं।
दुर्गूकोंदल में एसबीएम के माध्यम से 3634 शौचालय बनने थे, जिसमें 2041 शौचालय बन चुके हैं। इसकी कुल राशि 244.92 लाख रुपए बनते हैं लेकिन 203.20 लाख रुपए अब तक जारी हुए हैं अर्थात 41.72 लाख रुपए अभी भी वहां हितग्राहियों को देने हैं। कांकेर में 6696 शौचालय एसबीएम के माध्यम से बनना है। इसमें 3775 शौचालय बन चुके हैं। इसकी कुल राशि 453 लाख रुपए बनता है लेकिन अब तक 385 लाख रुपए जारी हुआ है अर्थात यहां भी अब तक 68 लाख रुपए शौचालय बनने के बाद देने हैं।
481 लाख रुपए देने हैं नरहरपुर को
यदि ब्लाक वार ब्योरा देखें तो शौचालय बनने के बाद सबसे अधिक बजट नरहरपुर का अभी तक बकाया है। इस कारण वहां सरपंचों में ज्यादा आक्रोश भी है। वहां पर सरपंच कई बार ज्ञापन भी दे चुके हैं। नरहरपुर में एसबीएम के माध्यम से कुल 7809 शौचालय बनने थे, जिसमें से 7308 शौचालय बन चुका है। बन चुके शौचालयों का कुल बजट 876.96 लाख रुपए बनता है। इसमें अब तक सिर्फ 395 लाख रुपए ही दिया गया है अर्थात 481.96 लाख रुपए बनने के बाद लोगों का पैसा नहीं मिला है।
कांकेर जिले के प्रभारी सहायक परियोजना अधिकारी रमेश ठाकुर ने बताया कि बजट के लिए शासन को भेजा गया है। जैसे-जैसे बजट जारी हो रहा है। पंचायतों को दिया जा रहा है।