विनोद निगम.
कानपुर. यूपी की जनता ने मायावती के भ्रष्टाचार से ऊबकर लखनऊ की कुर्सी एक युवा के हाथों में सौंपी थी | लेकिन सीएम बनते ही वह सिर्फ पापा, चाचा व चच्चा के साथ लड़ते हुए पौने पांच साल बर्बाद कर दिए | घर की लड़ाई का फाएदा यूपी के व्यूरोक्रेट्स और मंत्रियों ने जमकर उठाया | यूपी की जनता मायावती और अखिलेश यादव के कार्यकाल को देख चुकी है | अब यहां पर वह कमल खिलाने वाली है | यह बात गुरुवार को बिधनू में भाजपा युवा सम्मेलन में भाग लेने आए भाजयुमों के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत पाठक ने संबोधन के दौरान कही |
पाठक ने सीएम पर सीधे हमला बोलते हुए कहा कि यूपी का विकास तो अखिलेश यादव ने किया नहीं, लेकिन कुनबे का रुतबा जरुर बढ़ा है | आज इस परिवार के दो दर्जन से ज्यादा लोग मलाईदार पदों पर विराजमान है | पाठक ने कहा कि डकैत अब चम्बल में नहीं है वो यूपी के थानों में बैठकर गरीब जनता की जेब में डांका डालते हैं | वहीं अस्पतालों में मरीज की मौत के बाद भी उसे पैसों के लालच में आईसीयू में रखा जाता है |
तलवार तो नेता जी के कुनबे में हैं खिचीं
कार्यकर्ताओं द्वारा तलवार भेंट करने पर पाठक ने कहा कि हम जानते हैं कि यूपी के युवा तलवार किस लिए भेंट कर रहे हैं। लेकिन हमें इसकी जरूरत नहीं है। तलवार नेता जी के भाई और बेटे के बीच खिंची है। यूपी में अब तक दो सरकार आईं है। एक बाप-बेटे सहित कुनबे की तो दूसरी उसकी जिसको केवल पार्क व मूर्ति बनवाने से मतलब है। यूपी का युवा अब परिवर्तन के साथ बीजेपी को पूर्ण बहुमत से जीत दिलाकर यूपी में विकास लाएगा।
नोटबंदी पर धनकुबेर बेहाल
नोटबन्दी पर सुब्रत ने कहा कि जब जनता 10 सालों से गैस सिलेंडर के लिए लाइन पर लगती थी, तब उसको कोई तकलीफ नही हुई। आज वो देश को बदलने के लिए लाइन में लगी है और तकलीफ जनता को नहीं काले धन कुबेरों को है। पाठक के भाषण से युवाओं में जोश भर गया और हर तरह ‘भाजपा लाओ प्रदेश बचाओ‘ के नारे गूंजने लगे। यहां पर मौजूद हजारों की संख्या में युवा व पार्टी नेताओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बिधनू ब्लॉक के कठेरुआ स्थित कौशल्या लॉन में हुए सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर हुई। विधानसभा के लिए प्रयासरत नेताओं ने सुब्रत पाठक को गदा व तलवार समेत कई उपहार भेंट किये।
सरकारी पदों पर युवाओं के साथ भेदभाव
पाठक ने बताया कि सम्मेलन के साथ 2017 विधानसभा चुनाव की नींव रखी जा रही है, जो आप युवाओं के सहारे हैं। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि स्मार्ट फोन हाथ में होने से युवा स्मार्ट नहीं हो जाता, उसे रोजगार चाहिए। पुलिस भर्ती में सबसे ज्यादा इटावा, सैफई व कन्नौज के लड़के लिए गए, क्या कानपुर के ग्रामीण इलाके के युवा भर्ती लायक नहीं है। सैकड़ों लोगों की भीड़ लेकर बिठूर विधानसभा से अपने समर्थकों के साथ ललित मिश्रा हरबसपुर गांव से पैदल ही ढोल के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और मुख्य अतिथि को स्मृतिचिन्ह भेंट की।