JNU के तीन प्रोफेसरों के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज, भगत सिंह को आतंकवादी बताने का मामला
कानपुरPublished: Apr 28, 2016 06:44:00 pm
किताब में शहीद भगत सिंह को आतंकवादी बताने पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी और जेएनयू के तीन प्रोफेसरों के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दर्ज
कानपुर. दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक किताब में शहीद भगत को आतंकवादी बताने काे मामले ने तूल पकड़ लिया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और जेएनयू के तीन प्रोफेसरों के खिलाफ कानपुर कोर्ट में मुकदमा दर्ज़ कराया गया है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी की किताब ‘भारत एक स्वतंत्रता संघर्ष’ (1990 में प्रकाशित) में शहीद भगत सिंह को आतंकवादी बताया गया है। यह मामला सांसद में बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने उठाया था। इसे जेएनयू के प्रोफेसर्स ने लिखा था। कानपुर निवासी हर्ष कुमार ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज़ कराते हुए कहा है कि यह भगत सिंह का अपमान है और हमारे देश को आज़ाद कराने वाले शहीद-ए-आज़म को आतंकवादी कहने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
वादी के वकील विजय बख्शी ने बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी योगेश कुमार त्यागी, जेएनयू के प्रोफेसर मृदुला मुखर्जी, आदित्य मुखर्जी और सुचिता महाजन के खिलाफ स्पेशल सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज़ कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला
भारत एक स्वतंत्रता संघर्ष नामक पुस्तक 1990 में बाजार में आई थी। यह पुस्तक जेएनयू की प्रोफेसर मृदुला मुखर्जी ने लिखी थी। पिछले दिनों संसद में पुस्तक में लिखे कुछ शब्दों को लेकर चर्चा भी हुई थी। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने इस मामले को प्रश्नकाल के दौराव साक्ष्य के साथ उठाया था। अनुराग ठाकुर ने संसद में बताया कि किस तरह देश के स्वतंत्रता सेनानियों को जेएनयू के प्रोफेसर किताब के जरिए लिखकर आंतकवादी बता रहे हैं। उन्होंने संसद में कहा था कि किताब के लेखक के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जाये।
शहीदे ए आजम रग-रग में बसते हैं
वादी हर्ष कुमार ने बताया कि जिस दिन इस बारे में अखबारों में पढ़ा था, हमने ठान लिया कि अब बहुत हुआ, जेएनयू की देश विरोधी नीति। उन्होंने बताया कि न्यायालय में जेएनयू के प्रोफेसरों के खिलाफ पुख्ता एवीडेंस दिए हैं। कोर्ट ने शिकायत पर अमल करते हुए जेएनयू के प्रोफेसरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कहा कि जेएनयू इस समय देश विरोधियों का अड्डा बन गया है। उन्होंने मोदी सरकार से ऐसे देश विरोधी काम करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।