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एेसे आते हैं आप सर्दी की चपेट में, ये है बचने के घरेलू नुस्खे

locationकानपुरPublished: Nov 30, 2016 03:32:00 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

ठंड की शुरुआत होते ही सर्दी जुकाम होना वैसे तो आम बात है

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कानपुर देहात. ठंड की शुरुआत होते ही सर्दी जुकाम होना वैसे तो आम बात है। पर अगर सही समय और सही तरीके से इसका इलाज न किया जाए तो यह खतरनाक बीमारी के रूप में भी साबित हो सकता है। क्योंकि जुकाम के साथ और भी कई परेशानियों का सबब बन सकता है। जब हमारा शरीर मौसम के अनुसार नहीं ढल पाता है तो हम मौसमी रोगों के शिकार हो जाते है। मौसम के बदलाव के दौरान व्यक्ति का शरीर वातावरण में हो रहे बदलाव को नहीं झेल पाता है और सर्दी गर्मी के असर से सर्दी जुकाम से ग्रसित हो जाता है। सर्दी का असर नाक से शुरू होकर फिर पूरे शरीर पर इसका असर होने लगता है। जुकाम की कोई दवा नहीं है। ये स्वता कम होने वाली बीमारी है। 

जिसकी समय अवधि करीब एक सप्ताह है लेकिन समय रहते अगर घरेलू उपचार न किया जाए तो यही बीमारी घातक साबित होती है। जुकाम की समस्या बढ़ने पर इंसान सिरदर्द, बलगम, बदन दर्द, साईनेक्स, स्नोफीलिया और टीबी जैसी भयंकर बीमारी की चपेट में आ जाता है इसलिये हमें इस बीमारी का इलाज समय रहते तत्काल करना चाहिये। इसके लिये हमे अंग्रेजी दवाओं की बजाए घरेलू नुस्खे अपनाने चाहिये। जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है ताकि इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

सर्दी लगने के प्रमुख लक्षण क्या है

मौसम के बदलने पर अम लोग बिना ध्यान दिये अपने व्यस्ततम जीवन में मशगूल रहते है। जबकि मौसम बदलते ही शरीर का तापमान बाहर के तापमान से भिन्न हो जाता है और सर्द गर्म से हम जुकाम से ग्रसित हो जाते है। सर्दी होने पर गले में खराश हो जाती है। सर्दी लगने पर अक्सर सिरदर्द की परेशानी होने लगती है। सर्दी में व्यक्ति को हल्का बुखार रहता है। सर्दी लगने पर नाक बहने की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिससे सांस लेने मे तकलीफ महसूस होती है।

इससे बचने के उपाये ऐसे करें

तरल पदार्थ पिएं

सर्दी में आमतौर पर लोगों को प्यास कम लगती है। अगर आप पानी नही पियेंगे तो नाक बंद होने से सांस लेने मे तकलीफ होती है। जुकाम के दौरान आपके शरीर से पानी लगातार कम होता जाता है। इसलिये सर्दी के वक्त 2 से ढाई लीटर पानी प्रतिदिन पिएं। पानी के साथ-साथ आप जूस, काढा, चाय, काॅफी एवं सूप भी पी सकते है। इसका सेवन शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित करते हुये आपकी सर्दी की तकलीफ को कम करेगा।

भाप या भपारा का प्रयोग करें

सर्दियों मे बंद नाक को खोलने के लिये आप भाप जरूर लें ताकि आपकी बंद नाक खुल सके। भाप लेने के लिये एक बर्तन में पानी उबाल लें। फिर उसे जमीनया टेबिल पर रखकर अब उसके ऊपर सिर को रखकर उठती हुयी भाप लें एवं यह कार्य रुक रुक कर करें। सांस लेने मे ज्यादा तकलीफ होने पर उसी गर्म पानी मे विक्स या बाम की थोडी मात्रा डालकर भाप लें, तत्काल राहत मिलेगी।

नाक को बराबर साफ करते रहे

बलगम बनने पर उसे अंदर की तरफ न खींचे। न ही ताकत लगाकर नाक साफ करें। अगर बंद नाक मे ज्यादा ताकत लगायेंगे तो जुकाम के रोगाणु कान की तरफ जा सकते है। यूसटेशियन ट्यूब नामक एक नली गले के पिछले हिस्से को कान की नली से जोडती है। इसलिये बंद नाक में जोरदार छींक आने पर कान में कच्च की आवाज आती है और कान में हल्का सा दर्द होता है। इसलिये नाक का एक छिद्र बंद कर दूसरे छिद्र से जोर लगायें।

नमक वाले पानी का प्रयोग

पानी को पहले उबालकर फिर ठंडा करें। अब एक गिलास पानी मे एक चैथाई छोटा चम्मच नमक डालकर घोल लें। अब इसे एक ड्रापर से नाक में दो-दो बूंद डालें तो नाक खुल जायेगी। मेडिकल में सलाइन नैसल ड्राप नाम से बना बनाया ड्राप पहले से ही मिलता है। वहीं गले में परेशानी होने पर गुनगुने पानी मे आधा छोटा चम्मच नमक मिलाकर दिन मे 3-4 बार गरारा करें, आराम मिलेगा।

हल्दी का सेवन करें

जुकाम होने पर आप हल्दी का सेवन रात को सोते समय करें। हल्दी का सेवन जुकाम के उपाए करने मे बहुत असरदार है। सर्दी जुकाम होने पर हल्दी वाला दूध पिएं। इससे गले की कफ दूर होती है और जुकाम से राहत मिलता है। या फिर हल्दी का एक छोटा सा टुकडा जलाकर उसका धुआं लेने से नाक बहना तेज होगा और जुकाम पानी की तरह बहकर निकलने लगता है।

अदरक और नीबू शहद का उपयोग

सर्दी जुकाम होने पर ताजा अदरक लेकर बारीक पीस लें, उसमें एक कप गरम पानी या दूध मिला लें। उसे उबलने के लिये रख दे। 5 मिनट बाद उसे हल्का ठंडा करके पियें, तुरंत राहत मिलेगी। इसके अतिरिक्त दो चम्मच शहद मे एक चम्मच नींबू का रस एक गिलास गुनगुने पानी या गर्म दूध मे मिलाकर पीने से बहुत आराम मिलता है।
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