कानपुर. वैसे भी कानपुर शहर अराध के मामले में अन्य शहरों में अव्वल है। यहां चेरी, लूट, डकैती आम बात है। लेकिन इस शहर के चोर ने वह कर दिया, जिससे बीसीसीआई की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। दिनदहाड़े सैकड़ों लोगों के आंख के नीचे से टीम इंडिया के कोच अनिल कुम्बले का सामान पार कर ले गया। ग्रीनपार्क स्टेडियम में राज्यपाल राम नाईक के हाथों सम्मान लेने पहुंचे टीम इंडिया के मुख्य कोच और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का मोबाइल, पर्स, क्रेडिट कार्ड, चश्मा चोरी हो गया। अनिल कुंबले ने इसकी शिकायत बीसीसीआई के सुरक्षा अधिकारी से की। साथ ही नाराजगी जताते हुए सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
सम्मान लेकर वापस आए तो सामान गायब
राज्यपाल, खेल मंत्री राम सकल गुर्जर और प्रमुख सचिव खेल अनिता भटनागर जैन की मौजूदगी में दिग्गज खिलाड़ियों को मंच पर बुलाया गया। टीम इंडिया के मुख्य कोच अनिल कुंबले का नाम भी पुकारा गया। इसी वजह से कुंबले ने चश्मा और सामान (मोबाइल, पर्स, क्रेडिट कार्ड सहित अन्य सामान) मंच के पास रख दिया।
प्रतीक चिह्न लेकर लौटे तो सामान गायब था। इस पर अनिल कुंबले ने हैरानी जताई। कहा कि यह ठीक नहीं है। इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भी सामान चला गया।
लगाई जमकर फटकार
कुंबले ने इस दौरान नाराजकी जताते हुए कहा कि बीसीसीआई के सुरक्षाधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते मेरा सामान चोरी हो गया। बीसीसीआई को अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर दोबारा दुरुस्त करने के लिए नए सिरे से प्लॉन तैयार करना चाहिए। कुंबले ने सुरक्षाधिकारियों को लताड़ा भी। सम्मान समारोह के दौरान पुलिस, प्रशासन और बीसीसीआई का सुरक्षा इंतजाम था, फिर भी सेंधमारी हो गई। जिस दौरान घटना हुई, उस बीच मंच और उसके आसपास बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और सौरभ गांगुली सहित तमाम पूर्व दिग्गज क्रिकेटर, अधिकारी मौजूद थे।