महूइब्राहिमपुर। जम्मू कश्मीर में तैनात
चंदीला गांव निवासी सैनिक प्रेमसिंह (35) की पार्थिव देह मंगलवार सुबह पैतृक गांव
में पंचतत्व में विलीन हो गई। सेना के जवानों ने शव पर पुष्पचक्र अर्पित कर अंतिम
विदाई दी। वहीं प्रशासन की ओर से भी सैनिक के शव पर पुष्पचक्र चढ़ा श्रद्धांजलि दी
गई। प्रेमसिंह की 25 जुलाई की रात लुधियाना रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से गिरने से
मृत्यु हो गई थी।
लुधियाना से सैनिक का शव लेकर मंगलवार सुबह परिजनों के गांव
पहुंचने पर उसके घर में कोहराम मच गया। सेना के जवानों ने सैन्य रीति से अंत्येष्टि
क्रिया में पहले शव पर पुष्पचक्र अर्पित किए फिर गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया। सैनिक के
अंतिम संस्कार में गांव के काफी संख्या में लोग शामिल हुए। सैनिक के शव के साथ आए
सूबेदार जगनबाबू आर, हवलदार दिलीप रावत, नायक सरानन हाजेरा, गनर दीपक कुमार यादव,
सरोज कुमार, रवि केसरकर, ए.आर. खान, दीपक कुमार, रवि कुमार एवं लांस नायक संजीत
कुमार ने परेड कर सलामी दी। सैनिक के 7 वर्षीय पुत्र लवकेश ने मुखाग्नि दी तो वहां
उपस्थित लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए। सैनिक की पत्नी मायादेवी, पिता, माता तथा छोटे
भाई चैनसिंह व लाखनसिंह का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
जवान की मृत्यु होने पर
गांव में शोक छा गया। इधर सैनिक की अंत्येष्टि में पुलिस उपाधीक्षक शिवभगवान
गोदारा, कोतवाली थाना प्रभारी कैलाश बोहरा, सदर थाना प्रभारी प्रमेन्द्र कुमार,
महूइब्राहिमपुर चौकी प्रभारी त्रिलोकचन्द शर्मा, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के
संयोजक कर्नल किरोडीसिंह बैंसला, कैप्टन हरप्रसाद तंवर आदि शामिल हुए। इधर सदर थाना
प्रभारी ने बताया कि सैनिक की अंत्येष्टि के दौरान सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ
ऑर्नर दिया गया था। अंत्येष्टि परिजनों द्वारा सामान्य रूप से
की गई।