भागलपुर। गुरुवार को नहाय-खाय के साथ ही जितिया पर्व शुरू हो गया। यह पर्व आश्विन कृष्ण पक्ष की सप्तमी से नवमी तिथि तक मनाई जाती है। इस पर्व को बेटे-बेटियों की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है जिसे जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह महिलाओं ने अपने घरों में स्नान और पूजन के बाद निर्जला व्रत का संकल्प लिया और डलिया में पूजन सामग्री, फल, फूल आदि भरकर मंदिरों में पूजा-अर्चना की। पर्व के पहले दिन व्रतियों ने दिनभर भूखे रहकर अपने घरों में सात तरह के व्यंजन बनाए और देर शाम तक ठेकुआ, पिड़ुकिया आदि पकवान बना कर डलिया भरा गया।
गौरतलब हो कि पर्व में महिलाएँ अपने पुत्र-पुत्रियों की लंबी उम्र के लिये 24 से 26 घंटे तक का निर्जला उपवास रखती है। पर्व को लेकर सुबह से ही शहर के विभिन्न गंगा घाटों पर व्रतियों की भीड़ लगी रही।