रेलवे की तत्परता को देखकर लोग उस वक्त अचंभित रह गए जब चलती ट्रेन में मदद मांगने पर महिला को त्वरित मदद दी गई। सहमी हुई महिला ने रेलवे से ट्वीट कर मदद मांगी, जिसके बाद रेलवे के सोशल मीडिया विंग ने महिला को त्वरित मदद पहुंचाई। इससे पहले भी रेलकर्मी की बदसलूकी सोशल मीडिया पर वायरल होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
रेलवे की तत्परता को देखकर लोग उस वक्त अचंभित रह गए जब चलती ट्रेन में मदद मांगने पर महिला को त्वरित मदद दी गई। सहमी हुई महिला ने रेलवे से ट्वीट कर मदद मांगी, जिसके बाद रेलवे के सोशल मीडिया विंग ने महिला को त्वरित मदद पहुंचाई। इससे पहले भी रेलकर्मी की बदसलूकी सोशल मीडिया पर वायरल होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
दरअसल महाराष्ट्र में एक ट्रेन में अकेले सफर कर रही महिला ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु के ट्विटर हैंडल को टैग कर मदद मांगी। इसके बाद ट्वीट पर रेलवे अधिकारियों ने तत्परता दिखाई और महिला के पास मदद पहुंच गई। महिला यात्री नम्रता महाजन ने शेगांव स्टेशन से गुजरते समय गुरुवार शाम 6.59 बजे प्रभु के हैंडल पर ट्वीट किया।
महिला यात्री ने ट्वीट में लिखा, ‘@रेलमिनइंडिया प्लीज प्लीज ट्रेन संख्या 18030 में मदद पहुंचाई जाए। एक पुरुष यात्री मुझे परेशान कर रहा है। मैं ट्रेन में सहमी हुई हूं।’
सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ नरेंद्र पाटिल ने बताया कि एक वरिष्ठ अधिकारी वेद प्रकाश ने तुरंत ट्वीट पर ध्यान दिया और महिला से संपर्क किया। उन्होंने मुसीबत में फंसी महिला तक मदद पहुंचाने के लिए डीआरएम भुसावल को भी सूचित किया।
पाटिल ने बताया कि 40 मिनट में ट्रेन के भुसावल स्टेशन पहुंचते ही आरपीएफ के जवान तत्काल महाजन तक पहुंच गए। महिला ने बताया कि वह ट्रेन में अकेले सफर कर रही हैं। वेटिंग लिस्ट के एक यात्री का व्यवहार ठीक नहीं है जिससे वह घबरा गई हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पुरुष यात्री गालियों का प्रयोग कर रहा है। महाजन ने तसल्ली मिलने के बाद ट्वीट कर रेलमंत्री का आभार व्यक्त किया।