कटनी। मार्च-2014 से शुरू हुए कटनी साउथ रेलवे स्टेशन में यात्रियों का दबाव और ट्रेनों की संख्या तो बढ़ गई है, लेकिन यात्री सुविधाओं का ध्यान अबतक नहीं रखा जा रहा है। सबसे अधिक समस्या इन दिनों रेलवे स्टेशन परिसर में फैली गंदगी के कारण यात्रियों को हो रही है।
स्टेशन व पटरियों पर फैली गंदगी के कारण यात्री न सिर्फ नाक पर रूमाल रख रही है बल्कि रेलवे की व्यवस्थाओं को कोस भी रहे हैं। यात्रियों से प्रतिमाह लाखों रुपए किराये के वसूलने के बाद भी इस स्टेशन में अव्यवस्था का आलम यह है कि एक सफाईकर्मी व आउटसोर्सिंग के माध्यम से स्टेशन प्रबंधन यहां काम करवा रहा है। रेलवे द्वारा स्टेशन प्रबंधन को दी जाने वाली अग्रदाय राशि 2000 भी पर्याप्त साबित नहीं हो रही है। जानकारी के अनुसार कटनी साउथ रेलवे स्टेशन में साफ-सफाई के लिए रेलवे द्वारा एक महिला सफाईकर्मी की तैनाती की गई है। इस स्टेशन से 12 सवारी ट्रेनों का आवागमन होता है वहीं मुख्य रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म खाली न होने के कारण भी अन्य ट्रेनें यहां खड़ी रहती हैं। प्रतिदिन यहां से 1000 टिकट का विक्रय किया जाता है। ट्रेनों का दबाव व यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण एकमात्र सफाईकर्मी के भरोसे व्यवस्था बिगड़ गई है।
प्राइवेट कर्मचारियों से काम
स्टेशन में सफाईकर्मियों का आभाव होने के कारण स्टेशन प्रबंधन द्वारा रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाली अग्रदाय राशि 2000 से प्राइवेट सफाईकर्मियों को यहां लगाया जा रहा है। मात्र 2000 रुपए में प्राइवेट कर्मचारियों की व्यवस्था करना भी प्रबंधन के लिए मुश्किल हो रहा है। पूरी राशि सफाई में खर्च हो जाने के कारण अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।
करवा रहे हैं सफाई
कटनी साउथ रेलवे स्टेशन मास्टर बलवंत बजेठा का कहना है कि रेलवेे स्टेशन में सफाई के लिए एक सफाईकर्मी महिला मौजूद है। स्टेशन में सफाईकर्मी की कमी को देखते हुए अग्रदाय राशि से भी प्राइवेट कर्मचारी लगाकर सफाई करवाते हैं।