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गड़करी बोले, ‘कुछ दल दे रहे हैं आतंकियों को पनाह ‘

Published: Dec 02, 2015 09:30:00 am

Submitted by:

firoz shaifi

केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने  पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर जमकर निशाना साधा। गडकरी ने कहा कि कुछ दल आतंकियों को पनाह देने का काम कर रहे हैं।

केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर जमकर निशाना साधा। गडकरी ने कहा कि कुछ दल आतंकियों को पनाह देने का काम कर रहे हैं।

अपने कोलकाता दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा राजनीति का विषय नहीं है। इस पर कभी राजनीति नहीं होनी चाहिए। लेकिन देश की कुछ राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक के लिए आतंकियों और आतंकी संगठनों का तुष्टिकरण कर रही हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

 गडकरी का इशारा तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस की तरफ था। इससे पहले गड़करी ने यहां भारत चेम्बर ऑफ कामर्स की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया ।

गडकरी का यह बयान उस समय आया है जब आईएसआइ एजेन्ट होने के संदेह में रविवार को कोलकाता से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके संबंध ïतृणमूल कांग्रेस से बताए जा रहे हैं।

.गडकरी ने कहा कि पाकिस्तान जानता है कि वह युद्ध में भारत से नहीं जीत सकता है। इसलिए वह भारत के खिलाफ छद्म युद्ध चला रहा है। अपने एजेंटों को यहां भेज कर आतंकी हमले कराने की कोशिश करता आ रहा है। उसका मुख्य उद्देश्य भारत के साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाडऩा है।

 हमें एकजुट होकर इसके खिलाफ लडऩा चाहिए। हम सभी को मिलजुल कर आतंकवाद से लडऩे की जरुरत है। मुस्लिम देश सहित समूचा विश्व आतंकवाद के खिलाफ लडऩे के लिए तैयार है।

गडकरी ने कहा कि माकपा सांसद मो. सलीम ने अल्पसंख्यकों में भय पैदा करने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर निराधार आरोप लगाया है। वे या तो अपने आरोप साबित करें या अपने सांसद पद से इस्तीफा दें। संसद निराधार आरोप लगाने का मंच नहीं है।

वोट बैंक के लिए माकपा और कांग्रेस देश का साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडऩा चाहती है।कथित असहिष्णुता के विरोध में पुरस्कार वापस करने वाले बुद्धिजीवियों के मसले पर उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित लेखक इस तरह का विरोध कर रहे हैं।
 defamation case
 वे मोदी को प्रधानमंत्री के रुप में नहीं देख पा रहे हैं। राज्यों की समस्या के लिए गलत तरीके से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

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