नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया ने देश में प्रमुख शिक्षा संस्थानों के निर्माण का श्रेय प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को देते हुए मंगलवार को कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों के विस्तार के कारण ही देश में सूचना प्रौद्योगिकी(आईटी) क्रांति संभव हो सकी है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया ने देश में प्रमुख शिक्षा संस्थानों के निर्माण का श्रेय प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को देते हुए मंगलवार को कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों के विस्तार के कारण ही देश में सूचना प्रौद्योगिकी(आईटी) क्रांति संभव हो सकी है।
पनगड़िया ने फिक्की सभागार में ‘उच्च शिक्षा सम्मेलन 2015’ को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के पहले ही देश में उच्च शिक्षण संस्थान बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया था और नेहरू जी ने ‘भारतीय प्रबंधन संस्थान’ जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों का निर्माण कराया था।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि इस बात की बहुत आलोचना होती है कि हम प्रारंभिक शिक्षा की अनदेखी करते हैं और उच्च शिक्षा पर जरुरत से ज्यादा ध्यान, जबकि यह बात गलत है। मैं इस बात से सहमत नहीं हूं।’
पनगड़िया ने कहा कि वर्ष 2003 से 2012 तक भारत ने 8.3 प्रतिशत की विकास दर हासिल की है और यह के केवल आईटी क्रांति से ही संभव हो सका। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं लेकिन विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा का विकास एकसाथ होना चाहिए।
उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और अच्छे शिक्षकों की कमी के मुद्दे को शिक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बताया। पनगड़यिा ने आईआईटी और आईआईएम जैसे शीर्ष संस्थानों के विस्तार की वकालत करते हुए कहा कि हमारे देश में गलत धारणा है कि अगर इस तरह के और कॉलेजों का निर्माण हुआ तो कॉलेजों का स्तर गिर जाएगा।
उन्होंने कहा,’आजकल के छात्र बहुत तेज हैं वह इन कालेजों से भी अच्छे कॉलेज का चुनाव कर लेंगे।’