ओंकारेश्वर भगवान की पालकी मंदिर से दोपहर 2 बजे ढोल-बाजों के साथ साथ निकली। कोटीतीर्थ घाट पर पवित्र नर्मदा जल से ओंकार महाराज का महाअभिषेक किया जाएगा। रात्रि 10 बजे दोनों पालकियां अपने अपने मंदिरों में वापस पहुंच जाएंगी।
आेंकारेश्वर. श्रावण मास के तीसरे सोमवार को ज्योतिर्लिंग ओंकार जी महाराज का कोटितीर्थ घाट पर 251 किलो पंचामृत से महाभिषेक किया। वहीं दक्षिण तट पर ममलेश्वर महादेव मंदिर में आकर्षक शृंगार और छप्पन भोग लगाया।
ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन ने बताया ओंकारेश्वर भगवान की पालकी मंदिर से दोपहर 2 बजे ढोल-बाजों के साथ निकली, कोटीतीर्थ घाट पर पं. राजेश्वर दीक्षित के नेतृत्व में विद्वान पंडितों की ओर से दूध, दही शहद, शक्कर, घी, सुगंधित द्रव्यों के साथ पवित्र नर्मदा जल से ओंकार महाराज का महाअभिषेक किया जाएगा।
मंमलेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी दूलेसिंह दरबार ने बताया दक्षिण तट से ममलेश्वर महादेव का आकर्षक शृंगार किया जाएगा। महादेव की पालकी 2 बजे मंदिर से निकलकर केवलराम घाट पहुंचेगी। यहां पूजन-अर्चन के बाद नाव से शिवपुरी में भ्रमण के लिए जाएगी। पिछले घाट से मुख्य बाजार से होते हुए कोटितीर्थ घाट पहुंचेगी। जहां दोनों पालकियों को नर्मदा में नौका विहार कराया जाएगा। केवलराम घाट पर दोनों पालकियां नौकाओं से पहुंचेंगी।
यहां से गौमुख घाट काशी विश्वनाथ मंदिर बालवाड़ी होते हुए बस स्टैंड पहुंचेगी बस स्टैंड से मुख्य बाजार से होते हुए रात्रि 9 बजे जेपी चौक पर पहुंचेगी पुराने पुल को पार कर मुख्य बाजार से होते हुए रात्रि 10 बजे दोनों पालकियां अपने अपने मंदिरों में वापस पहुंच जाएंगी मार्ग में भक्तों की ओर से पुष्पों की वर्षा और गुलाल उड़ाया जाएगा।