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नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

locationखरगोनPublished: Jul 15, 2017 12:44:00 pm

महेश्वर, मंडलेश्वर व भीकनगांव में नगरपरिषद के लिए व सनावद नगरपालिका अध्यक्ष के लिए 9 अगस्त को डाले जाएंगे वोट, 12 को होगी मतगणना

खरगोन. प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों की घोषणा होते ही जिले में भी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। जिले की दो पवित्र नगरी महेश्वर व मंडलेश्वर के साथ ही भीकनगांव नगरपरिषद के चुनाव कराए जाएंगे। इसके साथ ही सनावद में नपा अध्यक्ष का पद रिक्त होने से यहां अध्यक्ष पद का उपचुनाव कराया जाएगा। स्थानीय निकाय चुनावों में 9 अगस्त को मतगणना होगी वहीं, इनके परिणाम 12 अगस्त को घोषित किए जाएंगे। कहने को यह स्थानीय निकायों के चुनाव हैं, लेकिन इन चुनावों में दोनों ही दलों के प्रादेशिक दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। बहरहाल भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए इन चुनावों में जीत हासिल करने की कड़ी चुनौती है।

पवित्र नगरी की बागडोर संभालेंगी महिलाएं

जिले की पवित्र नगरी महेश्वर व मंडलेश्वर में नगरपरिषद अध्यक्ष का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है। इसके लिए भाजपा व कांगे्रेस के नेताओं ने अपने परिवार की महिलाओं के नाम आगे बढ़ाए हैं। इस क्षेत्र में कांग्रेस की दिग्गज विजयलक्ष्मी साधौ का वर्चस्व माना जाता है। पूर्व में राज्य की मंत्री के साथ ही राज्यसभा सदस्य रहीं साधौ वर्तमान में कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव होने के साथ ही मणिपुर की प्रभारी हैं। नगरपरिषद चुनाव जीतकर वे अपनी पकड़ साबित करना चाहेंगी, वहीं भाजपा के विधायक राजकुमार मेव आगामी विधानसभा चुनाव के गणित को देखते हुए एक बार फिर नप पर भाजपा का कब्जा कराना चाहेंगे। मंडलेश्वर साधौ का गृहनगर होने से कांग्रेस को यहां अजेय माना जाता है। वर्तमान नगरपरिषद में कांग्रेस काबिज है। इस निकाय को अपने कब्जे में लेने के लिए भाजपा पूरा जोर लगाएगी। दोनों नगर में अध्यक्ष के साथ ही 15-15 पार्षदों का चुनाव भी किया जाएगा। चुनाव घोषित होते ही दोनों दलों के दावेदारों ने टिकट के लिए जमावट करना शुरू कर दिया है।

यादव, चौहान के लिए चुनौती

जिले की भीकनगांव नगरपरिषद के चुनावों में स्थानीय स्तर के नेता अपना भाग्य अजमाएंगे, लेकिन भाजपा के नंदकुमारसिंह चौहान व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के साथ ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष झूमा सोलंकी की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी। भीकनगांव वैसे तो खंडवा लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां से यादव पूर्व में व चौहान वर्तमान में लोकसभा के सदस्य हैं। इसके साथ ही झूमा सोलंकी यहां से विधायक निर्वाचित हुईं हैं। यहां अध्यक्ष का पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। वर्तमान में अध्यक्ष सहित परिषद में भाजपा का कब्जा है। इस स्थिति में यहां चुनावी घमासान बेहद रोचक होने की संभावना बलवती हो गई है। 9 अगस्त को यहां के मतदाता अध्यक्ष सहित 15 वार्ड के पार्षदों का चुनाव करेंगे।

विधायक के लिए निर्णायक

जिले की महत्वपूर्ण सनावद नगरपालिका में अध्यक्ष का उपचुनाव कराया जाएगा। यहां नपा चुनाव में भाजपा के नरेंद्र शर्मा ने दलबदल कर कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष का चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। इन चुनावों में शर्मा ने खुद जीत हासिल करते हुए अपनी लहर में कांग्रेस के 12 पार्षदों को निर्वाचित कराने में सफलता हासिल की थी। इसके बाद हुए एक घटनाक्रम में 10 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप के कारण शर्मा को पद से हटा दिया गया था। इसके बाद से नपा अध्यक्ष का पद रिक्त हो गया था। इसके लिए अब 9 अगस्त को मतदान होगा। भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले बड़वाह विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हितेंद्रसिंह सोलंकी के लिए यह चुनाव राजनीतिक भविष्य के लिए निर्णायक रहेगा। इधर कांग्रेस भी एक बार फिर चुनावी सफलता का परचम फहराने की जुगत में लग गई है।



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