बीते साल 16 दिसंबर को पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए आतंकी हमले के दोषी चार आतंकियों को बुधवार को कोहट जेल में फांसी दे दी गई।स्कूल पर हुए इस हमले में 150 से अधिक स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान में पहली बार किसी आतंकी हमले के दोषियेां को फांसी पर लटकाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले में शामिल चार आतंकियों को कोहट जेल में बुधवार को सुबह फांसी पर लटका दिया गया।
इन आतंकि यों के नाम अब्दुल सलान, हजरत अली, मुजीबर रहमान और सबील है। इससे पहले मंगलवार को आखिरी बार इन आतंकियों को अपने परिवार से मिलने की इजाजत दी गई।
चारों दोषियों को आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ के ब्लैक वॉरंट पर साइन करने के दो दिन बाद फांसी हुई। अगस्त 2015 में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद यह अपनी तरह की एक पहली सजा है जिसका समर्थन पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने किया है।
इससे पहले पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने चारोंं आतंकियों की माफी याचिका को खारिज कर दिया था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी खत लिखकर राष्ट्रपति से इनकी याचिका को खारिज करने की मांग की थी।
गौरतलब है कि बीते साल 16 दिसंबर को पेशावर के आर्मी स्कूल पर आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिला दिया था। तालिबानी आतंकियों ने स्कूल परिसर में अंधाधुंध गोलिया बरसाकर 150 से अधिक मासूम बच्चों की जान ले ली थी।