टोल प्लाजा पर सेना के रूटीन अभियान के मुद्दे पर शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग हुई।
कोलकाता. टोल प्लाजा पर सेना के रूटीन अभियान के मुद्दे पर शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग हुई। एक तरफ राज्यपाल ने ममता का नाम लिए बगैर कहा कि सेना जैसी दायित्वशील इकाई पर टिप्पणी करने से पहले व्यक्ति को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वहीं मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के संदर्भ में कहा वे केंद्र सरकार की भाषा बोल रहे हैं। वे खुद 8 दिन से राज्य से बाहर थे। किसी मुद्दे पर टिप्पणी से पहले पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए।
कोलकाता में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान राज्यपाल ने सेना अभियान के मुद्दे पर मुख्यमंत्री की आपत्ति से संबंधित पूछे गए सवाल पर कहा कि सेना जैसे दायित्वशील संस्थान के संदर्भ में टीका टिप्पणी को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। एक अन्य सवाल के जवाब में त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि सेना को नीचे दिखाने का प्रयास न किया जाए।
राज्यपाल की टिप्पणी के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने सोशल नेटवर्क ट्वीटर पर तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य है,त्रिपाठी सेना के संदर्भ में केंद्र की भाषा बोल रहे हैं। वे खुद 8 दिनों तक शहर से बाहर थे।
बनर्जी ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है। सेना के संदर्भ में टिप्पणी करने से पहले राज्यपाल को पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए थी।
बनर्जी ने दावा किया कि विद्यासागर सेतु पर स्थित टोल प्लाजा पर सेना के जवान विभिन्न वाहनों से पैसे वसूल रहे थे। हालांकि सेना के पूर्वी कमान ने मुख्यमंत्री के दावे को चुनौती देते हुए कहा कि ऐसा साबित होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।