कोलकाता. राज्यसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस तथा वाममोर्चा में दरार पैदा हो गई। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख तथा मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने वादा निभाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी प्रो. प्रदीप भट्टाचार्य का समर्थन करने की घोषणा कर दी। दूसरी ओर अंतिम समय में अपरान्ह 3 बजे कोलकाता के पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य ने वामो उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा।
इसके साथ ही वामो ने छठी सीट पर अपना उम्मीदवार उतार कर मुकाबले को रोमांचक बना दिया है। पर्याप्त संख्या बल नहीं होने के कारण कांग्रेस और वाममोर्चा के लिए अपने दम खम पर चुनाव जीतना मुमकिन नहीं है। विस परिसर में अध्यक्ष विमान बनर्जी के चेम्बर में बैठक के बाद ममता ने बताया कि तृणमूल के पांच उम्मीदवारों की जीत तय है। छठी सीट के लिए पार्टी कांग्रेस का समर्थन करेगी। माकपा पर कटाक्ष करते हुए ममता ने कहा कि विकास रंजन तो राजनीतिक छवि वाले नेता हैं।
इधर, कांग्रेस विधायक दल के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि उनके उम्मीदवार को जीतने में अब कोई बाधा नहीं है। उन्होंने तृणमूल के समर्थन के बिना प्रदीप की जीत होने की उम्मीद जताई है।
वाम विधायकों में नाराजगी
विकास रंजन के नामांकन से वाममोर्चा खासकर माकपा विधायकों में नाराजगी है। कई विधायकों का कहना है कि हमें कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन करना चाहिए था।
कांग्रेस से दोस्ती में दरार नहीं
वामो विधायक दल के नेता डॉ. सुजन चक्रवर्ती नहीं मानते कि विकास रंजन के रास चुनाव मैदान में आने पर कांग्रेस के साथ उनकी दोस्ती में दरार पड़ गई। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ विस के भीतर और बाहर आंदोलन की संयुक्त रणनीति कायम रहेगी।