कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के गढ़ में गुरुवार को उस पर तीखा वार किया। उन्होंने पहाड़ के विकास के प्रति अपनी सरकार की कटिबद्धता जाहिर की और कलिम्पोंग को जल्द नया जिला बनाने की घोषणा की, विकास के मुद्दे पर आगामी पंचायत चुनाव को लेकर प्रचार किया और पहाड़ के लोगों से परिवर्तन करने का आह्वान किया।
दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद तीसरी बार उत्तर बंगाल दौरे के दौरान गुरुवार को कलिम्पोंग में उन्होंने कहा कि पहाड़ का विकास करना उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है। पहाड़ में हमारी पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) का सांसद नहीं है और न ही विधायक या पार्षद है। नगरपालिका चुनाव होने वाला है। इस चुनाव में कौन जीतेगा यह कहना बहुत मुश्किल है। लेकिन जो भी पार्टी चुनाव जीतेगी। उसे पहाड़ के विकास के लिए काम करना होगा। अगर हमारी पार्टी जीतेगी तो हम पहाड़ का विकास करेंगे। अगर कोई दूसरी पार्टी जीतेगी तो पहाड़ के विकास में हम उसकी मदद करेंगे।
वे कलिम्पोंग के मेला मैदान में लेप्चा विकास बोर्ड के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। इस दौरान उन्होंने पहाड़ पर रहने वाले विभिन्न आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ मुलाकात की और आदिवासियों के विकास के लिए परिषद गठन करने की घोषणा की।
विकास के लिए दिए 119 करोड़
उन्होंने नाम लिए बगैर गोजमुमो पर वार किया। उन्होंने पहाड़ के विकास के लिए करीब 119 करोड़ रुपए देने का दावा करते हुए कहा कि उस हिसाब से पहाड़ का विकास नहीं हुआ है। पहाड़ में विकास की गतिविधियों में तेजी लाने के लिए हम कलिम्पोंग को नया जिला बनाएंगे। बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए छह करोड़ रुपए जारी किए हैं। हमें सिर्फ कोर्ट के फैसले का इंतजार है।
आकर्षक होंगे पर्यटन स्थल
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पहाड़ का और अधिक विकास करेगी। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए टाइगर हिल सहित अन्य नए पर्यटन स्थलों को और आकर्षक बनाएगी। बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। पहाड़ के पिछडऩे का ठीकरा उन्होंने पूर्व वाममोर्चा सरकार के सिर पर फोड़ा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अंदाज में उन्होंने कहा कि पहाड़ विकास नहीं करेगा तो बंगाल विकास नहीं कर सकता।