कोलकाता. क्या आप खुद और अपने बच्चों को अंतरिक्ष का अनुभव कराना चाहते हैं। अंतरिक्ष में विचरने वाले ग्रह और नक्षत्रों को करीब से देखने का अनुभ और आनंद उठाने के साथ उनके बारे में ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको किसी अंतरिक्ष यान की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप ये सब कोलकाता के तारा मण्डल में बैठे-बैठे प्राप्त कर सकते हैं। वर्ष 1963 में शुरू हुआ एमपी बिरला तारामण्डल अब नए रुप में बन कर तैयार हो गया है। आधुनिक यंत्र से लैस तारमंडल में हाईब्रीड प्रोजेक्शन सिस्टम भी लगाया गया है।
जिसमें डिजिटल प्रोजेक्टर के जरिए अंतरिक्ष के ग्रह-नक्षत्रों को दिखाने की अदभुत व्यवस्था की गई है। इसमें बैठ कर देखने से लगता है कि हम साक्षात अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं। ऐसा लगता है कि ब्रह्माण्ड में घूमने वाले ग्रह और उपग्रह हमारे पास से गुजर रहे हैं और हम से टकरा जाएंगे या आपस में टकरा कर हम पर गिर जाएंगे।
संस्थान के निदेशक डॉ. देवी प्रसाद तिवारी ने बताया कि तारामंडल को आधुनिक यंत्रों से लैस कर आकर्षक बनाया गया है। अब लोग यहां बैठे-बैठे अंतरिक्ष के ग्रहों और नक्षत्रों को रंगीन और जीवंत रुप में देखने का आनंद उठा सकते हैं। यह सिर्फ मनोरंजक ही नहीं है, बल्कि इसमें खगोल शा संबंधित ज्ञान का भण्डार भी है। इसके अलावा बिरला तारामण्डल में आकर्षक प्रदर्शनी दीर्घा, नया सम्मेलन हॉल, नया एस्ट्रो-कॉर्नर और इसके सामने के हिस्से का नवीन रुप में प्रस्तुत किया गया है।
स्कूलों के कार्यक्रम की भी व्यवस्था की गई है। डॉ. तिवारी ने बताया कि इसमें एक साथ छह सौ लोग बैठक सकते हैं। 22 जुलाई से इसे आम दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा। प्रति दिन दोपहर 12 बजे से छह शो और छुट्टी के दिन सुबह नौ बजे से नौै शो का आयोजन किया जाएगा।